30 जुलाई को हुई थी हत्या 30 जुलाई को नेपाल सिंह (फौजी) पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम अई थाना फतेहाबाद आगरा हाल निवासी गुरुदेव नगर आसफाबाद थाना रसूलपुर फिरोजाबाद ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसके चचेरे भाई और एक अज्ञात ने उसके घर में फायरिंग की थी। जिसमें उसके नौकर ठाकुर की मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
जांच में खुली पोल पुलिस की जांच में शिकायत पर कुछ संदेह हुआ। सौ नंबर पर शिकायत करने की सूचना भी फर्जी निकली। मोबाइल की जानकारी करने पर मोबाइम में सिम उल्टा लगा हुआ मिला। चचेरे भाई की फायरिंग के जवाब में शिकायतकर्ता ने स्वयं फायरिंग करने की बात कही थी। पड़ोसियों ने जानकारी को झूठा बताया था। तभी शिकायतकर्ता की पोल खुलकर सामने आ गई।
शिकायतकर्ता के भाई ने बयां की कहानी पुलिस ने पूरे मामले की जांच के लिए शिकायतकर्ता के भाई महीपत को गांव से उठाया और उससे पूछताछ की। महीपत ने पुलिस को सबकुछ बता दिया। पुलिस के मुताबिक महीपत ने बताया कि जमीनी रंजिश व उसकी पत्नी उसके चचेरे भाई द्वारा भगा ले जाने के कारण उनके परिवार की बहुत बदनामी हो रही थी तथा वादी का नौकर ठाकुर 25 वर्षों से फौजी के यहां केवल खाना और कपड़ा पर काम कर रहा था। अब वृद्ध होने के कारण काम नहीं कर पा रहा था जिसके कारण फौजी उससे छुटकारा पाना चाह रहा था, इसलिए वादी व मैंने योजना बनाकर अपने गांव के भुल्ली व उसके ममेरे भाई बड़े को एक लाख रुपये देकर वादी के नौकर ठाकुर की हत्या करायी तथा घटना वाले दिन अभियुक्त गांव से भुल्ली को मोटरसाइकिल से लेकर बड़े के गांव बालचन्द्रपुर गया वहां से दोनों को साथ लेकर वादी के घर के बाहर छोड़ दिया तथा स्वयं घटना स्थल से दूर जाकर खड़ा हो गया। दोनों ने योजना के तहत वादी से एक लाख रुपए लिये वादी छत के ऊपर चला गया दोनों ने एक-एक गोली नौकर ठाकुर में मारी तथा वादी ने दिखावे के लिए अपने लाइसेंसी बन्दूक से तीन फायर किये। घटना के बाद दोनों अभियुक्त अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर बड़े को उसके गांव बालचन्द्रपुर छोड़कर अपने गांव आ गया। हम लोगों ने सोचा था कि ठाकुर की हत्या के बाद मेरे भाई को उससे छुटकारा मिल जाएगा तथा मेरे विरोधी जेल चले जायेंगे और मेरी पत्नी मुझे वापस मिल जाएगी। अभियुक्त भुल्ली पुलिस अभिरक्षा से एक बार फरार हो चुका है तथा अपने गांव में थाना मक्खनपुर पुलिस पर फायरिंग कर चुका है, भुल्ली व उसके ममेरे भाई दोनों शातिर किस्म के अपराधी हैं जिनके विरुद्ध विभिन्न थानों में कई मुकदमे पंजीकृत हैं।
एक पकड़ा बाकी फरार पुलिस ने महीपत उर्फ महीपाल सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम अई थाना फतेहाबाद आगरा को पकड़ लिया जबकि नेपाल सिंह (फौजी) पुत्र भगवान सिंह , भुल्ली पुत्र जापान सिंह निवासीगण निवासी ग्राम अई थाना फतेहाबाद आगरा व बड़े निवासी ग्राम बालचन्द्रपुर थाना मटसैना फिरोजाबाद फरार चल रहे हैं।