जैसे ही नौशहरा में पटाखा गोदाम में ब्लास्ट हुआ वैसे ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। तेज धमाके की आवाज सुन लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों का दावा है कि धमाके की आवाज कई किमी दूर तक सुनाई दी है। एक बार को लगा कि भूकंप आया है, लेकिन बाहर देखा तो धमाके में 12 घरों की छतें भरभराकर गिर गईं। रात में टॉर्च की रोशनी में घायलों की खोज जारी थी।
छतों पर सो रहे लोगों के ऊपर गिट्टियां और ईंटें गिरीं
आसपास के मकानों की छतों पर सो रहे लोगों के ऊपर गिट्टियां और ईंटें गिरीं, जिससे उनको चोटें आई हैं। लोगों का कहना है कि तेज धमाके के बीच धूल का गुबार उठा और एक साथ आसपास के मकानों को गिरते हुए देखा। धूल का गुबार और पटाखों के धुंआ के छंटने के बाद लोगों को पता चला कि पटाखा गोदाम के आसपास के दर्जनभर मकान जमीन पर आ गए हैं।घटना स्थल पर पहुंचे अधिकारी
डीएम, एसएसपी ने ली जानकारी डीएम रमेश रंजन और एसएसपी सौरभ दीक्षित घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे। राहत कार्य को लेकर उन्होंने जेसीबी को इस तरह से चलाने को कहा कि कोई परिवार का सदस्य दबा हो तो उसको सुरक्षित निकाला जा सके। देर रात आईजी दीपक कुमार भी पहुंचे। राहत कार्य में जुटा पूरा प्रशासनिक अमला नौशहरा में पटाखा गोदाम के आसपास के घरों के गिरने की सूचना के बाद नगर पालिका शिकोहाबाद, नगर पंचायत मक्खनपुर से जेसीबी और राहत टीमों को रवाना किया। थाना शिकोहाबाद, जसराना, मक्खनपुर, फिरोजाबाद, खैरगढ़ की टीमें मौके पर पहुंचे हैं। एसडीएम, सीओ लगातार अधीनस्थों को राहत कार्य में मदद के लिए दिशा निर्देश दे रहे थे।
बहन भाई की मौत से कोहराम
धर्मेंद्र और गौरव दो भाई एक ही मकान में रहते थे। धर्मेंद्र के मामा की मौत हो गई थी इसलिए वह कठफोरी गया था। गौरव, उसकी पत्नी अंगूरी गणेश पंडाल में थे। इसलिए दोनों बच गए पर इनके दोनों बच्चे इच्छा और डेढ़ साल का कालू घर पर सो रहे थे जिनकी मौत हो गई। यह भी पढ़ें
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घरों के खिड़की-दरवाजे टूटे
ग्रामीणों के मुताबिक, घटना के वक्त फैक्ट्री में कोई नहीं था। सभी मरने वाले आसपास के घरों के हैं। इस वजह से लोग प्रशासन से नाराज हैं। धमाका इतना तेज था कि 10 किमी तक आवाज सुनाई दी। घरों के खिड़की-दरवाजे टूट गए और दीवारों में दरारें तक पड़ गईं। 100 घरों में दरारें आई हैं। पूरा का पूरा गांव क्षतिग्रस्त है। गांव के हर एक घर में कुछ न कुछ नुकसान हुआ है। आईजी दीपक कुमार आगरा जोन ने बताया कि 10 लोगों को रेस्क्यू कराया जा चुका है। हो सकता है मजिस्ट्रेट ने इन्हें कहीं अन्य पटाखे के गोदाम का लाइसेंस दिया हो। इसकी विस्तृत जांच होगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।