फिरोजाबाद

किसान बोले अभी नहीं आए हमारे अच्छे दिन

फिरोजाबाद में किसानों ने अपनी तमाम समस्याओं को पत्रिका के साथ साझा किया।

फिरोजाबादJul 19, 2018 / 12:32 pm

suchita mishra

farmer

फिरोजाबाद। सरकार बेशक किसानों के लिए अच्छी आमदनी और अच्छे दिनों की बात करती हो, किसानों को अभी भी किसी तरह का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण किसान खेती छोड़कर शहरों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं। किसानों का कहना है कि उनकी हालत बद से बदतर हो गई है। ब्याज पर रुपए लेकर खेत में लागत लगाने वाले किसान का मूल भी फसल बेचकर नहीं निकल पा रहा है। यही कारण है कि किसान आज आत्महत्या करने को विवश है।
ये हैं किसान की प्रमुख समस्याएं
आलू किसान देवलाल बताते हैं कि किसानों को उनकी लागत का पैसा भी नहीं मिल पा रहा है। पहले खेती करने में इतनी परेशानी नहीं होती थी लेकिन बदलते परिवेश में खेती करना काफी महंगा हो गया है। सरकार किसान हित में बिल्कुल नहीं सोच रही है। अभी किसानों को न तो बिजली समय से मिल रही है और न पानी की ही व्यवस्था हो पाती है। गरीब अब खेती भी नहीं कर सकता। खेती करना अब काफी मुश्किल हो गया है। ऐसी कोई भी फसल नहीं है जिसे करने के लिए किसान को कर्जा न लेना पड़ता हो। कर्जा लेने के बाद किसान सोचता है कि फसल बिकने पर उसका कर्ज चुका देगा, लेकिन ऐसा नहीं होता। किसान घाटे में ही रहता है। लिहाजा वो कर्ज तले दब जाता है।
काफी महंगी हो गई खेती
किसानों का कहना है कि खेती करना अब हर किसी के बस की बात नहीं रही। पहले किसान कम संसाधनों और कम लागत में फसल पैदा कर लेता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। बीज से लेकर पानी तक सब पैसों से मिलते हैं। फसल बोने के लिए ट्रैक्टर समेत अन्य उपकरणों की आवश्यकता होती है। वहीं फसल तैयार होने के बाद भी उपकरणों की आवश्यकता होती है। ऐसे में गरीब किसान कहां से महंगे उपकरण लाकर खेती कर सकेगा इसलिए अधिकांश छोटे किसान खेती बंद कर दूसरे कामों में घुस रहे हैं। इसका परिणाम यह है कि खेत में होने वाली दाल, चना, सब्जी और तिलहन का उत्पादन कम हो रहा है।
आलू किसान आत्महत्या को विवश
किसान देवीचरन कहते हैं कि सबसे अधिक परेशान आलू किसान रहता है। आलू उत्पादन करना काफी महंगा हो गया है। पिछले तीन सालों से आलू किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसकी वजह से फिरोजाबाद जिले में करीब एक दर्जन से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली। बैंक और लोगों से कर्ज लेकर फसल में लगाया, लेकिन उत्पादन अच्छा होने के बाद भी लागत नहीं निकल सकी। किसानों को फसल में काफी नुकसान हुआ और उन्हें आलू की पैदावार बंद करनी पड़ी।
समय से मिले कर्ज
किसान ओमप्रकाश बताते हैं कि किसानों की प्रमुख समस्या पानी की है। बंबे और रजवाहा सूखे पड़े हैं। पानी की व्यवस्था की जाए। किसानों को खेती करने के लिए बैंक से कर्जा मिलना चाहिए जो समय से नहीं मिल पाता है। किसानों को सब्सिडी और कम लागत पर बीज उपलब्ध होना चाहिए। विद्युत कनेक्शन आसानी से दिया जाना चाहिए। किसान को उसकी फसल का उचित दाम मिलना चाहिए। खाद समय से और कम दाम पर मिलनी चाहिए। अभी बाजरा की खेती का समय है और पानी का अभाव है।
 

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