मुल्तान सिंह कॉलेज का है मामला
मामला आगरा रोड स्थित चौधरी मुल्तान सिंह कॉलेज ऑफ एजूकेशन का है। एक दर्जन से अधिक छात्राओं का आरोप है कि उन्होंने काउंसलिंग के तहत कालेज में बीएड में प्रवेश लिया था। कालेज प्रशासन ने पूर्व में ही फीस के करीब 56 हजार रुपये जमा करा लिए थे। उसकी लिखित भी उन्हें दी गई थी। रसीद में आगे कालेज द्वारा किसी भी प्रकार की फीस न लेने की बात कही गई।
मामला आगरा रोड स्थित चौधरी मुल्तान सिंह कॉलेज ऑफ एजूकेशन का है। एक दर्जन से अधिक छात्राओं का आरोप है कि उन्होंने काउंसलिंग के तहत कालेज में बीएड में प्रवेश लिया था। कालेज प्रशासन ने पूर्व में ही फीस के करीब 56 हजार रुपये जमा करा लिए थे। उसकी लिखित भी उन्हें दी गई थी। रसीद में आगे कालेज द्वारा किसी भी प्रकार की फीस न लेने की बात कही गई।
कॉलेज प्रशासन ने की थी कार्रवाई
आपसी झगड़े के चलते कालेज प्रशासन ने कर्मचारी दीपक रावत व रमेश सोलंकी को हटा दिया। उनकी प्रथम वर्ष की परीक्षा भी हो गई। आरोप है कि द्वितीय वर्ष के परीक्षा फार्म भरने जब वह कालेज गई तो उनसे 35 हजार रुपये की मांग की गई। मना करने पर कालेज में तैनात कर्मचारी आरएस यादव ने उनसे अभद्रता की। शनिवार को परीक्षा फार्म भरने का अंतिम दिन है। यदि कालेज ने उनका फार्म नहीं भरवाया तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
आपसी झगड़े के चलते कालेज प्रशासन ने कर्मचारी दीपक रावत व रमेश सोलंकी को हटा दिया। उनकी प्रथम वर्ष की परीक्षा भी हो गई। आरोप है कि द्वितीय वर्ष के परीक्षा फार्म भरने जब वह कालेज गई तो उनसे 35 हजार रुपये की मांग की गई। मना करने पर कालेज में तैनात कर्मचारी आरएस यादव ने उनसे अभद्रता की। शनिवार को परीक्षा फार्म भरने का अंतिम दिन है। यदि कालेज ने उनका फार्म नहीं भरवाया तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
छात्राओं ने किया हंगामा
शुक्रवार को छात्राएं कालेज पहुंची। लेकिन ताला लगा हुआ था। जिसे देख उनका धैर्य जबाव दे गया। छात्राओं ने हंगामा शुरु कर दिया। कालेज संचालक यदुनाथ सिंह भी मौके पर पहुंच गए। छात्राओं ने कालेज संचालकों पर धोखाधड़ी व अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। कालेज संचालक यदुनाथ सिंह यादव का कहना है कि हमने एक साल की फीस ली है। किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर छात्राओं को दूसरी साल की फीस न लेने के पत्र दे दिए हैं। हमने पूर्व कर्मचारी दीपक व रमेश सौलंकी के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज कराया है। अभद्रता के आरोप गलत हैं।
शुक्रवार को छात्राएं कालेज पहुंची। लेकिन ताला लगा हुआ था। जिसे देख उनका धैर्य जबाव दे गया। छात्राओं ने हंगामा शुरु कर दिया। कालेज संचालक यदुनाथ सिंह भी मौके पर पहुंच गए। छात्राओं ने कालेज संचालकों पर धोखाधड़ी व अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। कालेज संचालक यदुनाथ सिंह यादव का कहना है कि हमने एक साल की फीस ली है। किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर छात्राओं को दूसरी साल की फीस न लेने के पत्र दे दिए हैं। हमने पूर्व कर्मचारी दीपक व रमेश सौलंकी के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज कराया है। अभद्रता के आरोप गलत हैं।