करवाचौथ सुहागिनों का पर्व है। इसे महिलाएं अपार उत्साह के साथ मनाती हैं। करवाचौथ पर महिलाएं रंग बिरंगी चूड़ियां पहनती हैं। इन चूड़ियों को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इसलिए करवाचौथ पर कांच की चूड़ियों की भरपूर बिक्री होती है। इस बार करवाचौथ पर कांच नगरी का चूड़ी कारोबार अच्छा रहा है। सुहागिनों का यह पर्व शहर के चूड़ी कारोबारियों को करोड़ों का कारोबार करा रहा है।
चूड़ी कारोबारी विवेक मित्तल बताते हैं आर्डर का 80 फीसदी माल बाहरी राज्यों के कारोबारियों को भेज चुके हैं। शेष माल को पैक कर भेजने की तैयारी की जा रही है। इस समय कारोबारी माल तैयार कर बाहरी कारोबारियों के पास भेजने में जुटे हुए हैं। वहीं दुकानदार अपनी दुकानों पर महिलाओं को चूड़ियां बेच रहे हैं। बिक्री अच्छी होने से कारोबारियों की व्यस्तता काफी बढ़ गई है।
उद्यमी राजेश अग्रवाल बताते हैं कि करवा चौथ को लेकर कांच नगरी से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, पंजाब हिमाचल प्रदेश में चूड़ियों की डिमांड अच्छी रही है। इन राज्यों से चूड़ी कारोबारियों को आर्डर भी काफी अच्छे मिले हैं। करवाचौथ पर लाल, महरून रंग व रानी कलर की चूड़ियों की डिमांड ज्यादा रही है। इस बार ईस्टमेन कलर की चूड़ियों की बिक्री भी काफी बढ़ी है।
कारोबारियों की मानें तो करवा चौथ पर चूड़ी कारोबार पिछले साल से अच्छा रहा है। गली बौहरान के चूड़ी कारोबारी अनिल गुप्ता कहते हैं कि करवा चौथ का हम कारोबारी पूरे साल तक इंतजार करते हैं। इसी पर्व पर चूड़ियों की भरपूर बिक्री होती है। चूड़ी कारोबारी अनिल कहते हैं कि इस बार करवा चौथ पर बाहरी राज्यों में शहर से करीब 25 करोड़ का चूड़ी कारोबार हो चुका है। अभी स्थानीय स्तर पर करवा चौथ तक चूड़ियों की बिक्री चलती रहेगी। पिछले साल यही कारोबार करीब 20 करोड़ रुपये का रहा था।