टैक्स से बचने के लिए सीनियर सिटिज़न्स के लिए इंवेस्टमेंट स्कीम्स
सीनियर सिटिज़न्स अगर टैक्स से छुटकारा चाहते हैं तो इसके लिए कुछ इंवेस्टमेंट स्कीम्स हैं। इन स्कीम्स में इंवेस्ट करके सीनियर सिटिज़न्स को टैक्स से छुटकारा तो मिलता ही है, साथ ही इंवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न भी मिलता है। आइए नज़र डालते हैं ऐसी 5 इंवेस्टमेंट स्कीम्स पर।
1. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम :- केंद्र सरकार की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम सीनियर सिटिज़न्स के लिए इंवेस्टमेंट का एक बेहतरीन ऑप्शन है। इस स्कीम से टैक्स से छुटकारा तो मिलता ही है, साथ ही अच्छा रिटर्न भी मिलता है। केंद्र सरकार ने 1 जनवरी, 2023 से इस स्कीम पर इंट्रेस्ट रेट को 7.6% से बढाकर 8% कर दिया है। इसमें इंवेस्ट करने की मिनिमम अवधि 5 साल की होती है, जिसे 3 साल तक और बढ़ाया भी जा सकता है। इस स्कीम में 15 लाख रुपये तक इंवेस्ट किए जा सकते हैं। टैक्स से छूट के लिए कम से कम 1.50 लाख रुपये इंवेस्ट करना ज़रूरी है।
2. टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट :- देश के सभी बैंकों में सीनियर सिटिज़न्स के इंवेस्टमेंट के लिए यह स्कीम उपलब्ध होती है। हालांकि सभी बैंकों में इस स्कीम पर इंट्रेस्ट रेट अलग-अलग होती है। एक्सिस बैंक में 7.75%, तो एसबीआई में 7.25%। इसमें भी इंवेस्टमेंट की मिनिमम अवधि 5 साल की होती है और एक साल में 1.50 लाख रुपये तक इंवेस्ट किया जा सकता है।
3. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट :- मिनिमम 5 साल की अवधि के लिए यह इंवेस्टमेंट स्कीम भी सीनियर सिटिज़न्स को टैक्स से छूट दिलाती है। यह केंद्र सरकार की स्कीम है और 1 जनवरी, 2023 से इस केएम पर इंट्रेस्ट रेट को 6.8% से बढ़ाकर 7% कर दिया है।
4. ELSS स्कीम :- म्यूचुअल फंड की ईएलएसएस स्कीम भी सीनियर सिटिज़न्स के लिए टैक्स से छूट के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें मिनिमम 3 साल की इंवेस्टमेंट अवधि होती है। इस स्कीम पर रिटर्न मार्केट में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। ऐसे में रिस्क बनी रहती है।
5. टैक्स फ्री बॉन्ड्स :- सिटिज़न्स के लिए टैक्स से छुटकारा पाने के लिए यह भी अच्छा ऑप्शन है। इस स्कीम में सरकारी कंपनियों या संस्थाओं द्वारा बॉन्ड्स जारी किए जाते हैं। इस स्कीम में भी इंवेस्टमेंट की मिनिमम अवधि 5 साल होती है।