इससे बैंक के करोड़ों यूजर्स को काफी फायदा होगा। एसबीआई ने ट्वीट पर जानकारी देते हुए कहा कि एसबीआई बचत खाताधारकों को अब एसएमएस सर्विस और न्यूनतम बैलेंस न रखने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। बता दें कि एसबीआई में 44 करोड़ से अधिक बचत खाते हैं।
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बचत खाते में कितना मिल रहा ब्याज ( Interest Rate on Saving Account in SBI )
वर्तमान में एसबीआई बचत खाते में जमा राशि पर 2.7 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान कर रहा है। बता दें कि एसबीआई संपत्ति, जमा, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में सबसे बड़ा कमर्शियल बैंक है। 31 मार्च 2020 तक, बैंक के पास 32 लाख करोड़ रु के डिपॉजिट हैं। बैंक के पास भारत में 22,000 से अधिक शाखाओं का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिसमें 58,000 से अधिक के एटीएम / सीडीएम नेटवर्क और 61,000 से अधिक के कुल बीसी आउटलेट हैं।
मार्च में हुई थी घोषणा
बता दें कि इससे पहले एसबीआई ने मार्च में सभी बचत खातों में औसत मासिक बैलेंस न होने पर लगने वाले चार्ज को हटाने की घोषणा की थी। इससे पहले एसबीआई के बचत बैंक ग्राहकों को मेट्रो, अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में क्रमशः 3000 रु, 2000 रु और 1000 रु का औसत मासिक बैलेंस बनाए रखना पड़ता था। बैंक औसत मासिक बैलेंस न रखने पर 5 से 15 रु तक का जुर्माना लगाता था। इस पर टैक्स भी लिया जाता है। वहीं, मार्च महीने में कोरोना के कारण एससबीआई ने अपनी शाखा और अन्य बैंकों के एटीएम पर सभी लेनदेन के लिए सर्विस चार्ज को माफ कर दिया था।