क्या है RD
रिकरिंग डिपॉजिट एक विशेष प्रकार की सावधि जमा यानी एफडी है। इसमें नियमित आय वाले लोग हर महीने एक तय रकम जमा करते हैं जिस पर उन्हें ब्याज मिलता है। आरडी में आप 100 रुपये महीना भी न्यूनतम जमा कर सकते हैं। आप चाहे तो 1000 रुपए या अधिक भी निवेश कर सकते हैं। इसकी मेच्योरिटी अवधि 5 साल की है होती है। आप चाहे तो इसे आगे भी बढ़ा सकते हैं। इसमें सिंगल और ज्वॉइंट अकाउंट की सुविधा मिलती है। आरडी आप पोस्ट ऑफिस या बैंक कहीं भी खुलवा सकते हैं। डाकघर में इसे अगर आप 1 से 3 साल के लिए रखते हैं तो आपको 5.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं इससे ज्यादा अवधि पर आपको 6.7 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसी तरह बैंकों में ब्याज दर अलग-अलग है।
रिकरिंग डिपॉजिट एक विशेष प्रकार की सावधि जमा यानी एफडी है। इसमें नियमित आय वाले लोग हर महीने एक तय रकम जमा करते हैं जिस पर उन्हें ब्याज मिलता है। आरडी में आप 100 रुपये महीना भी न्यूनतम जमा कर सकते हैं। आप चाहे तो 1000 रुपए या अधिक भी निवेश कर सकते हैं। इसकी मेच्योरिटी अवधि 5 साल की है होती है। आप चाहे तो इसे आगे भी बढ़ा सकते हैं। इसमें सिंगल और ज्वॉइंट अकाउंट की सुविधा मिलती है। आरडी आप पोस्ट ऑफिस या बैंक कहीं भी खुलवा सकते हैं। डाकघर में इसे अगर आप 1 से 3 साल के लिए रखते हैं तो आपको 5.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। वहीं इससे ज्यादा अवधि पर आपको 6.7 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसी तरह बैंकों में ब्याज दर अलग-अलग है।
दो तरह की आरडी
आरडी दो तरह की होती हैं। पहला रेग्युलर रेकरिंग डिपॉजिट और दूसरा फ्लेक्सी रेकरिंग डिपॉजिट। रेग्युलर वाले में आपको एक अवधि और एक रकम तय करनी होगी। उदाहरण के तौर पर आप अगले 10 साल तक हर महीने अपने RD खाते में 1000 रुपए जमा करेंगे तो आपको इतनी अवधि तक इतनी ही रकम चुकानी होगी। आप इसमें बदलाव नहीं कर सकते हैं। जबकि फ्लेक्सी रेकरिंग में पको एक निश्चित समय तो तय करना होगा, लेकिन उसमें जमा होने वाली रकम को आप घटा-बढ़ा सकते हैं।
आरडी दो तरह की होती हैं। पहला रेग्युलर रेकरिंग डिपॉजिट और दूसरा फ्लेक्सी रेकरिंग डिपॉजिट। रेग्युलर वाले में आपको एक अवधि और एक रकम तय करनी होगी। उदाहरण के तौर पर आप अगले 10 साल तक हर महीने अपने RD खाते में 1000 रुपए जमा करेंगे तो आपको इतनी अवधि तक इतनी ही रकम चुकानी होगी। आप इसमें बदलाव नहीं कर सकते हैं। जबकि फ्लेक्सी रेकरिंग में पको एक निश्चित समय तो तय करना होगा, लेकिन उसमें जमा होने वाली रकम को आप घटा-बढ़ा सकते हैं।
फायदे का सौदा
आरडी में अगर आप हर महीने 1000 रुपए जमा करते हैं तो इस तरह आप हर साल 12 हजार रुपए जोड़ते हैं। अगर आपने ये स्कीम पांच साल के लिए ली है तो आप कुल 60 हजार रुपए जमा करेंगे। अब इस पर 6.7 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा तो आपको अच्छा अमाउंट मिलेगा। निवेश के लिहाज से ये स्कीम सुरक्षित मानी जाती है। अच्छी बात यह है कि इसमें आपके पॉकेट पर एकदम से ज्यादा भार नहीं पड़ेगा।
आरडी में अगर आप हर महीने 1000 रुपए जमा करते हैं तो इस तरह आप हर साल 12 हजार रुपए जोड़ते हैं। अगर आपने ये स्कीम पांच साल के लिए ली है तो आप कुल 60 हजार रुपए जमा करेंगे। अब इस पर 6.7 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा तो आपको अच्छा अमाउंट मिलेगा। निवेश के लिहाज से ये स्कीम सुरक्षित मानी जाती है। अच्छी बात यह है कि इसमें आपके पॉकेट पर एकदम से ज्यादा भार नहीं पड़ेगा।