पीपीएफ लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छा विकल्प है। इसमें करीब 7.1 प्रतिशत तक का ब्याज मिलता है। इसकी मैच्योरिटी अवधि 15 वर्ष है। हालांकि इसे 5-5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। इसके विस्तार के लिए फॉर्म.एच जमा करना होगा। इसमें इनकम टैक्स की भी छूट मिलती है। सेल्फ इम्प्लायड प्रोफेशनल और म्च्थ्व् के दायरे में नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए पीपीएफ निवेश का एक सबसे उपयुक्त विकल्प है।
अगर कोई व्यक्ति 25 से 30 साल की उम्र से इसमें निवेश करता है और वह हर साल 1.5 लाख रुपए जमा करता है। ऐसे में 15 साल पूरा होने पर इसे आगे बढ़ाकर 25 साल के लिए करता है तो उसने कुल 55.68 लाख रुपए जमा किए। अगर इस पर 7.1 प्रतिशत का ब्याज जोड़ा जाए तो मैच्योरिटी पर व्यक्ति को लगभग एक करोड़ रुपए मिलेंगे।