आधार लिंकिंग की ये प्रक्रिया दूसरे राज्यों में पहले से ही जारी है, लेकिन जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir), असम और मेघालय में अभी तक ये अनिवार्य नहीं था। मगर सरकार ने अब इन राज्यों के किसानों को भी बैंक खाते से आधार जुड़वाने को कहा है। जिससे उन्हें समय से पैसा मिल सके। आधार को अनिवार्य करने के पीछे सरकार का मकसद है कि योजना का लाभ असली किसानों को मिले। क्योंकि कई बार स्कीम में फर्जीवाड़े की शिकायत आती है, जिसके चलते असली हकदार को उसका हक नहीं मिल पाता है। मगर आधार लिंक होने से किसान की पूरी डिटेल्स कंप्यूटराइज्ड हो जाएगी। इससे सरकार के पास असली हकदार का पूरा विवरण मौजूद रहेगा।
PM SVANidhi scheme: 3 लाख वेंडर्स को मोदी सरकार ने बांटा लोन, रोजगार के लिए बिना गारंटी दे रहें 10 हजार रुपए आधार से खाते को लिंक करने की प्रक्रियाजिस बैंक अकाउंट को आपने पीएम किसान स्कीम में दिया है आपको उस बैंक की शाखा में जाना पड़ेगा। वहां अपने साथ आधार कार्ड की फोटो कॉपी एवं ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स लेकर जाएं। बैंक कर्मचारी इन्हें वेरिफाई करके आपके आधार के 12 डिजिट को कंप्यूटर में फीड करेंगे। ऐसा करते ही आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक मैसेज आएगा। इससे ये लिंक हो जाएगा। आधार को जोड़ने के लिए नेट बैंकिंग की सुविधा होनी चाहिए।
जानें कितने किसान हुए लाभांवित
कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) के मुताबिक देश में अब तक करीब 11.17 करोड़ किसानों को करीब 95 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रकम दी जा चुकी है। जम्मू-कश्मीर के 11,19,474 किसान परिवारों को स्कीम का पैसा मिल चुका है। इसी तरह मेघालय के 1,74,105 और असम के 31,16,920 किसान पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम से लाभांवित हो चुके हैं।