साथ ही दवा की प्रिंट कीमत पर 20 फीसदी तक मुनाफा मिलता हैं। अब तक देश के 700 जिलों में 6200 जन औषधि केंद्र ( Jan Aushadhi Kendra Online ) खोले गए हैं। पीएम मोदी जन औषधि केंद्र का मकसद गरीबों को रियायती दरों पर अच्छी दवाएं उपलब्ध कराना है। मोदी सरकार ने साल 2015 में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना ( Jan Aushadhi Yojana ) शुरू की थी।
क्या है जन औषधि योजना
बता दें कि आम जनता को वाजिब दाम पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए लोगों तक सस्ती दवा पहुंचाना है। जनऔषधि केंद्रों परजेनरिक दवाएं 90 फीसदी तक सस्ती मिलती हैं। सरकार लोगों को जनऔषधि केंद्र खोलने का अवसर भी दे रही है।
शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी 1 लाख की कमाई, सरकार भी करेगी मदद
कौन खोल सकता है जन औषधि केंद्र
फार्मासिस्ट, डॉक्टर, मेडिकल प्रैक्टिशनर या कोई भी व्यक्ति जो बी फार्मा और डी फार्मा के कार्य को जानता हैं, वह इस योजना के तहत औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन कर सकता है। इस योजना में SC, ST एवं दिव्यांग आवेदकों को 50,000 रुपये मूल्य तक की दवा एडवांस में दी जाती है।
कितनी होती है कमाई
इस योजना के तहत महीने में जितनी दवाइयों की बिक्री होगी, उसका 20 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा। आप महीने में 30 हजार रुपये आसानी से कमा सकते हैं। इसमें आपको दवा की प्रिंट कीमत पर 20% तक का मुनाफा मिलता है। 2 लाख रुपये तक की एकमुश्त वित्तीय मदद मिलती है। वहीं, 12 महीने की बिक्री का 10% अतिरिक्त इंसेंटिव दिया जायेगा।
कैसे खोल सकते हैं जन औषधि केंद्र ( Apply For Jan Aushadhi Kendra )
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आप आप आवेदन पत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन जमा कर सकते हैं। ऑफलाइन आवेदन पत्र पूरी जानकारी भरकर आप सीईओ, फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स ऑफ इंडिया (बीपीपीआई), आईडीपीएल कॉरपोरेट कार्यालय, आईडीपीएल कॉम्प्लेक्स, पुरानी दिल्ली गुड़गांव रोड, दुन्दाहेरा, गुड़गांव – 122016 (हरियाणा) पर भेज सकते हैं।