यह भी पढ़ेंः- 37 साल में पहली बार माइनस लेवल पर गया अमरीकी तेल, जानिए क्या रही वजह
इस तरह से किया जा सकता है आवेदन
– एग्री क्लिनिक और एग्री बिजनेस सेंटर स्कीम के लिए 45 दिनों की ट्रेनिंग दी जाती है।
– इसके लिए https://www.agriclinics.net लिंक पर जाकर आवेदन करना होगा।
– हैदराबाद स्थित नेशनल एग्रिकल्चरल एक्सटेंशन मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के सेंटर से ट्रेनिंग दी जाएगी।
– यह इंस्टीट्यूट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ही आता है।
– स्कीम के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
– 18004251556 और 9951851556 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर जानकारी ले सकते हैं।
– सुबह 10 बजे से शाम बजे तक इन नंबर्स पर सेवाएं मौजूद रहेंगी।
यह भी पढ़ेंः- लॉकडाउन के दौरान 24 घंटे खुली रहेगी एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी
आखिर क्या है सरकार का मकसद
इस स्कीम का असल मकसद एग्रिकल्चर ग्रैजुएट्स, पोस्ट ग्रैजुएट्स और एग्री डिप्लोमा कोर्स करने वालों को रोजगार मुहैया कराया जा सके। मौजूदा समस में यूथ शहर की ओर भाग रहा है। काफी मशक्कत करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल पा रही है। अगर मिलती भी है तो सैलरी काफी कम होती है। जिसकी वजह से शहरी इलाकों में बेरोजगार लोगों की संख्या में इजाफा होता है और शहरों पर बोझ भी बढ़ जाता है। अगर गांव का युवा गांव में ही रहकर किसानी से जुड़ा हुआ ही बिजनेस करें तो गांवों और खेती को फायदा होगा। ऐसे युवाओं को एग्रीप्रेन्योर कहा जाता है।
यह भी पढ़ेंः- Crude Oil की कीमतों की वजह से शेयर बाजार धराशायी, निवेशकों 3 लाख करोड़ का नुकसान
सब्सिडी का भी मिलेगा लाभ
नाबार्ड की ओर से लिया गया पर्सनल प्लान के तहत 20 लाख रुपए का लोन दिया जाता है। अगर किसी योजना में संभावनाएं ज्यादा दिखाई देती है तो इस लोन की रकम को 25 लाख रुपए तक किया जा सकता है। अगर 5 लोग मिलकर किसी योजना पर काम करते हैं तो यह रकम एक करोड़ रुपए तक का लोन मिल सकता है। इस लोन योजना में सामान्य वर्ग को 36 फीसदी और अनुसूचित जाति एवं जनजाति साथ ही महिला आवेदकों को 44 फीसदी की छूट दी जाएगी।