1.चूंकि डीजल एवं अन्य ईंधन के मुकाबले सीएनजी सस्ती पड़ती है। ऐसे में सीएनजी फिटेड ट्रैक्टरों के इस्तेमाल से किसानों की आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
2.सीएनजी टैंक टाइट सील होते है। इसलिए रिफ्यूलिंग के वक्त विस्फोट की गुंजाइश काफी कम रहती है।
3.प्रदूषण को नियंत्रित रखने में भी सीएनजी फायदेमंद होती है। क्योंकि इससे कार्बन उत्सर्जन काफी कम होता है।
4.इसे नए तकनीक से कन्वर्ज किया गया है। इसलिए सीएनजी इंजन की लाइफ पारंपरिक ट्रैक्टरों से ज्यादा होगी।
5.डीजल की तुलना में सीएनजी ट्रैक्टरों का माइलेज भी काफी अधिक होगा। इसलिए इसके इस्तेमाल से ईंधन पर किसानों के होने वाले खर्च कम होंगे।
6.सीनएजी फिटेड ट्रैक्टर्स में लेड की मात्रा नहीं होती है। साथ ही ये प्रदूषण रहित भी। इसके चलते इंजन लंबे समय तक काम करेगा।
7.इसका मेनटेनेंस खर्च भी ईंधन वाले ट्रैक्टर के मुकाबले कम आएगा। इससे पैसों की बचत होगी।
वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 12 मिलियन वाहन पहले से ही प्राकृतिक गैस द्वारा संचालित हैं। प्रदूषण पर नियंत्रण रखने एवं पेट्रोल-डीजल पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए हर दिन अधिक से अधिक कंपनियां सीनएजी फिटेड व्हीकल्स का निर्माण कर रही हैं। भारत में ये ऐसा पहला ट्रैक्टर है, जो सीएनजी युक्त होगा।