फाइनेंस

राजकोषीय घाटा पूरा करने को केंद्र सरकार लेगी आरबीआई से 30 हजार करोड़

कॉरपोरेट टैक्स में कटौती और अन्य रियायत देने के बाद सरकार का बढ़ेगा घाटा
पिछले साल सरकार ने आरबीआई के लाभांश से मांगे थे 28 हजार करोड़

Sep 30, 2019 / 02:08 pm

Saurabh Sharma

RBI

नई दिल्ली। केंद्र सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए एक बार फिर से आरबीआई से 30 हजार करोड़ रुपए डिमांड कर सकती है। वास्तव में केंद्र सरकार आरबीआई के लाभांश से मांग सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा टैक्स में की गई कई रियायतों से राजकोषीय घाटा काफी बढ़ गया है। जिसे कम करने के लिए केंद्र सरकार कर सकती है। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि सरकार की ओर आरबीआई के सामने पहली बार हाथ फैलाए गए हैं। इससे पहले भी कई मौकों पर सरकार आरबीआई से रुपया मांग चुकी है।

यह भी पढ़ेंः- गांधी जयंती से लेकर भैया दूज तक 11 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखिए पूरी लिस्ट

राजकोषीय घाटे की वजह से दबाव
केंद्र सरकार ने हाल ही में कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की है। जिसका असर सरकार के राजस्व पर भी पड़ेगा। वैसे ही सरकार का राजकोषीय घाटा काफी बढ़ा हुआ है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकाी चालू वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ने 30 हजार करोड़ रुपए तक डिमांड कर सकती है। जो अंतरिम लाभांश में से दिया जा सकता है। इस बारे में जनवरी की शुरुआत में आकलन किया जाएगा। जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक के लाभांश के अतिरिक्त विनिवेश को बढ़ाने तथा राष्ट्रीय लघु बचत कोष का अधिक इस्तेमाल करने समेत कुछ अन्य साधन भी हैं।

यह भी पढ़ेंः- बैंकों के शेयरों में दबाव से शेयर बाजार में कमजोरी, सेंसेक्स में 311 अंकों की गिरावट

यह पहला मौका नहीं
यह पहला मौका नहीं है जब सरकार को अपने घाटे को पूरा करने के लिए आरबीआई के सामने हाथ फैलाने पड़ रहे हैं। सरकार पहले भी आरबीआई के लाभांश से रुपया मांग चुकी है। पिछले साल सरकार ने रिजर्व बैंक से 28 हजार करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश लिया था। इससे पहले 2017-18 में इस तरह से 10 हजार करोड़ रुपए लिए गए थे।

Hindi News / Business / Finance / राजकोषीय घाटा पूरा करने को केंद्र सरकार लेगी आरबीआई से 30 हजार करोड़

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.