नए इंजीनियर्स के सहारे लोकल इकाइयां अपने प्रोजेक्ट की डिलीवरी को तेज रफ्तार देने वाली है। इससे इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट्स होने वाले छात्र की कार्य क्षमता को बेहतर बनाया जाएगा। इसके साथ ही उनकी कमाई क्षमता को भी सुधारने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की इस योजना से खासकर ऐसे छात्रों को लाभ मिलेगा जिन्हें नई नौकरी ( Job ) तलाश करने में परेशानी हो रही है।
भारत में हर साल बड़ी संख्या में इंजीनियर्स ( Engineers ) बन रहे हैं, लेकिन उनकी सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इनमें से कई लोगों में कौशल की कमी की बात कही जाती है। इन छात्रों का कौशल विकास करने में आईटी कंपनियों को तगड़ी मशक्कत और मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है।
बजट भाषण के दरमियान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा सरकार नए इंजीनियर्स के लिए इंटर्नशिप योजना का ऐलान कर रही है। इस इंटर्नशिप ( Internship ) की अवधि एक साल की होगी है। वित्त मंत्री ने कहा कि इंजीनियर्स की कमी की वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई योजनाएं तय समय से पूरी ही नहीं हो पाती है। यहीं प्रमुख वजह भी है कि कई योजनाए लागू नहीं हो पाती। ऐसे में यह योजना सरकार और नए इंजीनियर्स दोनों की जरूरतों को पूरा करने वाली हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार की स्थानीय निकाय कई प्रकार की परियोजनाओं पर काम करते हैं। इससे युवाओं को अनुभव मिलेगा और साथ ही सरकार के कार्य भी तय समय पर पूरे हो सकेंगे।