VPF- वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) की ही एक योजना है। इस योजना के तहत कर्मचारी अपनी इच्छा से अपने वेतन का कोई भी हिस्सा वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड खाते में योगदान कर सकता है।शर्त बस इतनी है कि ये राशि सरकार द्वारा मान्य 12 फीसदी पीएफ की अधिकतम सीमा से ज्यादा होनी चाहिए। यहां आपको ये भी ध्यान में रखना होगा कि वीपीएफ में कंपनी द्वारा किसी भी प्रकार का योगदान नहीं किया जाएगा।
अलग से खाता खोलने की जरूरत नहीं- इस स्कीम में निवेश करने के लिए आपको अलग से खाता खोलने की जरूरत नहीं होती है। आप अपनी सैलेरी और डीए का 100 फीसदी हिस्सा इस स्कीम में लगा सकते हैं । यह राशि ईपीएफ योजना के खाते में जमा की जाएगी, क्योंकि VPF के लिए कोई अलग खाता नहीं है।
इंटरेस्ट- इस स्कीम में ब्याज पीपीएफ से ज्यादा मिलता है। PPF पर इस समय 8% तो VPF पर 8.65% ब्याज मिल रहा है। प्राइवेट कंपनियों ने भी VPF को ऑनलाइन कर दिया है तो आपके लिए निवेश आसान है।
निवेश समय और सीमा- इस स्कीम के तहत आप कितना भी अमाउंट निवेश कर सकते हैं। लेकिन इसमें से पैसा आप रिटायर होने या नौकरी छोड़ने की सूरत में ही निकाल सकते हैं।