भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहक 1 फरवरी से तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के जरिए 5 लाख रुपये तक का पेमेंट इंस्टैंटली कर सकते हैं। पहले यह सीमा 2 लाख रुपये थी। इतना ही नहीं डिजिटल तरीके से IMPS के जरिए 5 लाख रुपये तक ट्रांसफर करने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। डिजिटली IMPS, योनो ऐप, इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है।
लेकिन अगर कोई बैंक की शाखा में जाकर IMPS के जरिए पैसा भेजना चाहता है, तो 1 फरवरी 2022 से 1000 रुपये तक के लेन-देन पर शून्य चार्ज होगा। वहीं 1000 से अधिक और 10000 रुपये तक पर 2 रु+जीएसटी, 10000 से अधिक और 1 लाख तक पर 4 रु+जीएसटी, 1 लाख से अधिक और 2 लाख तक पर 12 रु+जीएसटी, 2 लाख से अधिक और 5 लाख तक पर 20 रु+जीएसटी देने होंगे।
SBI के अनुसार, डिजिटल माध्यम से नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए पैसा भेजने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। जबकि बैंक शाखा के जरिए एनईएफटी के माध्यम से पैसा भेजने पर 2 रुपये से लेकर 20 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा।
इसी प्रकार, डिजिटल माध्यम से आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) के जरिए पैसा भेजने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। जबकि बैंक शाखा के माध्यम से आरटीजीएस करने पर 20 रुपये से लेकर 40 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा।
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने भी अपने नियमों में बदलाव किया है। पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक अपने कार्ड पर किस्त बनवाते समय एक बात का ध्यान रखें कि खाते में पैसे होने पर ही किस्त बनवाएं। पैसे ना होने की स्थिति में आपके बैंक द्वारा जुर्माना वसूला जाएगा। यह जुर्माना होगा 250 रुपये का होगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहकों को एसएमएस भेज रहा है, जिसमें कहा गया है कि “RBI के निर्देशों के अनुसार, 1 फरवरी 2022 से 10 लाख और उससे ज्यादा अमाउंट के चेक के लिए पॉजिटिव पे (CPPS) सिस्टम अनिवार्य होगा। विवरण के लिए, 18002584455 पर कॉल करें/ www.bankofbaroda.in पर विजिट करें।” पॉजिटिव पे सिस्टम एक प्रकार से फ्रॉड को पकड़ने वाला टूल है।
इस सिस्टम के तहत कोई भी जब चेक जारी करेगा तो उसे अपने बैंक को पूरी डिटेल देनी होगी। इस सिस्टम में चेक जारी करने वाले को SMS, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम या मोबाइल बैंकिंग के जरिए इलेक्ट्रॉनिकली, चेक की डेट, बेनेफिशियरी का नाम, अकाउंट नंबर, कुल अमाउंट, ट्रांजेक्शन कोड और चेक नंबर की जानकारी बैंक को कन्फर्म करनी होगी।
इस सिस्टम से चेक से पेमेंट जहां सुरक्षित होगा, वहीं क्लियरेंस में भी कम समय लगेगा। चेक पेमेंट से पहले इन जानकारियों को बैंक क्रॉस-चेक करेगा। अगर इसमें कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो बैंक उस चेक को रिजेक्ट कर देंगे। अगर 2 बैंक का मामला है यानी एक बैंक का चेक काटा गया है और दूसरे बैंक में चेक डाला गया है, तो दोनों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस सिस्टम से चेक से पेमेंट जहां सुरक्षित होगा, वहीं क्लियरेंस में भी कम समय लगेगा। चेक पेमेंट से पहले इन जानकारियों को बैंक क्रॉस-चेक करेगा। अगर इसमें कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो बैंक उस चेक को रिजेक्ट कर देंगे। अगर 2 बैंक का मामला है यानी एक बैंक का चेक काटा गया है और दूसरे बैंक में चेक डाला गया है, तो दोनों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी।
ICICI बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड्स से जुड़ी विभिन्न फीस में बढ़ोतरी का फैसला किया है। बैंक का कहना है कि 10 फरवरी 2022 से क्रेडिट कार्ड लेट पेमेंट फीस, कैश एडवांस ट्रांजैक्शन फीस, चेक रिटर्न फीस, ऑटो डेबिट रिटर्न फीस में बढ़ोतरी का फैसला किया है। 10 फरवरी 2022 से आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड से कैश एडवांस के मामले में ट्रांजैक्शन फीस एडवांस्ड अमाउंट पर 2.50 फीसदी रहेगी, जो मिनिमम 500 रुपये होगी।
चेक रिटर्न फीस और ऑटो डेबिट रिटर्न फीस, टोटल ड्यू अमाउंट का 2 फीसदी रहेगी जो मिनिमम 500 रुपये होगी। आईसीआईसीआई बैंक का यह भी कहना है कि चेक रिटर्न फीस और ऑटो डेबिट रिटर्न फीस के मामले में ग्राहक के सेविंग अकाउंट से 50 रुपये प्लस जीएसटी अलग से भी काटा जाएगा।
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