नव संवत्सर के राजा बुध
इस बार नव संवत्सर के राजा ग्रहों के राजकुमार बुध हैं। ऐसे में बिजनेस करने वालों को बिजनेस में उन्नति मिलेगी। इनकी आय में वृद्धि के योग बनेंगे। नए व्यापार फलेंगे-फूलेंगे। शिल्पकार, लेखक और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस नव संवत्सर में लाभ होगा। इस नव वर्ष में बुध के प्रभाव से लोगों में उत्साह तो रहेगा ही लेकिन क्रोध भी देखने का मिलेगा। जन मानस के साथ प्रकृति भी प्रभावित हो सकती है। इस दौरान तेज वर्षा और चक्रवात जैसी स्थितियां बनेंगी। पशुओं को नुकसान भी हो सकता है।
नव संवत्सर के मंत्री हैं शुक्र
इस साल नव संवत्सर का मंत्री शुक्र ग्रह हैं। शुक्र के प्रभाव से इस साल में महिलाओं का प्रभाव बढ़ेगा। फैशन, फिल्मी उद्योग, मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अधिक लाभ के योग बनेंगे। इनकी कार्यशैली में निखार आएगा। रुके हुए काम तेजी से पूरे होंगे। इन्हें निश्चित तौर पर भाग्य का साथ मिलेगा। हालांकि यह साल भौतिक सुख-सुविधाओं को लेकर खींचतान भरा हो सकता है। जन-धन की हानि के योग बनेंगे। रोग-बीमारियों के चलते लोगों में भय की स्थिति बनेगी।
बेहद शुभ संयोगों के बीच होगी नववर्ष की शुरुआत
हिंदु नववर्ष की शुरुआत दो बेहद शुभ योगों के साथ हो गई है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी 22 मार्च 2023 को शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहे हैं। शुक्ल योग 21 मार्च को देर रात 12 बजकर 42 मिनट से 22 मार्च को सुबह 9 बजकर 18 मिनट तक रहा। इस योग में किए गए कार्यों में लोगों कों निश्चित रूप से सफलता मिलती है। वहीं ब्रह्म योग सुबह 9 बजकर 18 मिनट से लकर शाम 6 बजकर 16 मिनट तक रहा। ज्योतिषियों की मानें तो इस योग में विवाद, झगड़ा सुलझाना उत्तम फलदायी रहता है।
ऐसी रहेगी ग्रहों की चाल
हिंदु नव वर्ष विक्रम संवत 2080 में ग्रहों की चाल की बात करें, तो इस वर्ष यह बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस वर्ष की शुरुआत में मीन राशि में ग्रहों के राजा सूर्य, ग्रहों के राजकुमार बुध, गुरु देव बृहस्पतिरहेंगे। कुंभ राशि में शनि और मिथुन राशि में मंगल विराजे रहेंगे। जबकि मेष राशि में शुक्र और राहु और तुला राशि में केतु विराजे रहेंगे।