घर के मंदिर को सजाने के लिए रोज पेटल टी लाइट कैंडल, लाइट होल्डर्स, फूलों से बनी खुशबूदार कैंडल का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन उत्पादों में असली ड्राई फूलों का इस्तेमाल किया जाता है, जो न केवल सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि इनकी खुशबू भी मनमोहक होती है। ये उत्पाद बजट फ्रेंडली भी हैं और दिवाली के बाद होम डेकोर के लिए भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
रेजिन आर्ट से सजा घर का मंदिर
रेजिन आर्टिस्ट शालिनी बताती हैं कि दिवाली पर घर के साथ-साथ मंदिर को भी अलग-अलग तरह से सजाया जा रहा है। इसके लिए गहनों की सजावट के लिए स्पेशल थालियां, रंगीन फूलों और मोतियों से सजी बोतलें, रेजिन आर्ट से बने फोटो फ्रेम, दीपक स्टैंड, मिठाई या प्रसाद रखने के लिए कटोरे, गारलैंड्स, संगीत वाद्ययंत्र जैसे तबला या हारमोनियम की मिनिएचर, चांद और सूरज की आकृतियां, मिट्टी या लकड़ी का संयोजन करके एक अनूठा कोलाज और आध्यात्मिक फोटोज और वॉल आर्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है। लोग इनके लिए स्पेशल ऑर्डर भी दे रहे हैं।
पूजा सामग्री में रेजिन आर्ट का जलवा
दिवाली के लिए पूजा सामग्री की तैयारी में भी रेजिन आर्ट ने अपनी जगह बना ली है। असली ड्राई फूलों से सजी पूजा थालियां श्रद्धालुओं के बीच काफी पसंद की जा रही हैं। इन थालियों में भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र भी बनाए गए हैं, जो पूजा को और भी खास बनाते हैं।
बाजारों में रेजिन आर्ट और मिट्टी के दीये
विक्रेता मोहम्मद शाहिद बताते हैं कि लोग मिट्टी के दीयों के साथ ही रेजिन से बने दीयों को भी पसंद कर रहे हैं। इनकी कीमत मिट्टी के दीयों से थोड़ी अधिक है। मिट्टी के दीये जमीन से जोड़कर रखता है, वहीं रेजिन आर्ट प्रकृति से जोड़ रही है। इनमें असली फूलों को सुखाकर दीयों को बनाया गया है। इनकी खुशबू के लिए एसेंस का इस्तेमाल किया गया है। इनकी कीमत 70 से 90 रुपए से शुरू होती है।