करवा चौथ के दिन व्रत करने वाली महिलाएं भूलकर भी न करे ऐसे काम, नहीं तो…
करवा चौथ व्रत विधि
महिलाएं करवा चौथ का व्रत निर्जला रखती है, सुबह से रात को चांद दिखने तक कुछ भी खाती-पीती नहीं। सूर्यास्त के बाद सुहागिन महिलाएं विशेष रूप से करवा माता की पूजा अर्चना करने के बाद बाद आकाश में चंद्रमा को देखकर अर्घ्य देती है और अपने पति के हाथ से पानी पीकर इस व्रत तोड़ती है।
करवा चौथ : अमर सुहाग की कामना से ऐसे करें करवा माता का पूजन, होगी हर इच्छा पूरी
करवा चौथ पर यह जरूर करें
इस व्रत को करने वाली महिलाओं, कुवांरी लड़कियों को दिन भर खुश रहना चाहिए, साथ ही पति भी इस बात का ध्यान रखे की जो पत्नी आपकी लंबी आयु की कामना से निर्जला उपवास रख रही है उसे हर संभव खुश रखें। इस दिन महिलाएं घर की बड़ी अपनी सास, ननंद या अन्य बड़ी महिलाओं को सुहाग की सामग्री भेंट भी करती है। इस दिन किसी भी स्थिति में सफेद चीजों को दान में देने से बचना चाहिए। सोलह श्रृंगार करें। नुकली चीजों का उपयोग करने से बचें।
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करवा चौथ पूजन समय
1- करवा चौथ 17 अक्टूबर 2019 दिन गुरुवार।
2- करवा माता की विधिवत पूजा व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय 6 बजकर 16 मिनट से रात 8 बजकर 27 मिनट के बीच कर सकती है।
3- करवा माता की पूजा में जो दीपक जलावें उसे चांद के दिखाई देने तक प्रज्वलित ही रखें।
4- चांद के दर्शन होने पर चांद और अपने पति का पूजन करने के बाद अपने पति से जल ग्रहण कर अपना व्रत खोले।
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