ज्येष्ठ माह में क्या करें
- वाराणसी के पुरोहित पं शिवम तिवारी के अनुसार ज्येष्ठ माह में जल दान सबसे अधिक पुण्य फलदायक माना जाता है। इसलिए इस महीने राहगीरों को पानी पिलाना चाहिए। इसके लिए प्याऊ की व्यवस्था करने, पशु पक्षियों को पानी पिलाने से शुभ फल मिलते हैं। भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है, इससे ऐसा काम करने वाले व्यक्ति के कष्ट कट जाते हैं। साथ ही देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
- ज्येष्ठ माह में तांबा और तिल का दान करना चाहिए। इस माह में इन चीजों का दान करने से मंगल दोष से मुक्ति मिलती है।
- ज्येष्ठ माह में सत्तू का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- ज्येष्ठ महीने में दिन में नहीं सोना चाहिए, अन्यथा व्यक्ति को रोग का सामना करना पड़ सकता है।
- तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे पेट संबंधी परेशानियां होने लगती हैं।
- ज्येष्ठ माह में पानी का सदुपयोग करना चाहिए।
- जेठ में भगवान विष्णु, शनि देव, हनुमान जी की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इनकी पूजा से सभी काम में सफलता मिलती है। जाने-अनजाने में किए गए पाप से भी छुटकारा मिल जाता है।
- जेठ में बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा करने का विधान है, जो व्यक्ति 4 बड़े मंगलवार का व्रत करता है, बजरंगबली उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।