भाई दूज 2023 की तिथि और शुभ मुहूर्त
– द्वितीया तिथि प्रारम्भ – 8 मार्च , 2023 को 11:12 बजे
– द्वितीया तिथि समाप्त – 10 मार्च , 2023 को 12:24 बजे
यहां जानें होली भाई दूज का महत्व
वैसे तो दिवाली पर मनाई जाने वाली भाई दूज का अधिक महत्व है, लेकिन होली के अगले दिन पडऩे वाली भाई दूज का विशेष महत्व माना गया है। यह पर्व भाई-बहन को एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट करने का अवसर देता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के लिए सुखी, स्वस्थ और समृद्ध जीवन की कामना करती हैं। इसके साथ ही इस दिन भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। माना जाता है कि भाई दूज के दिन जो भाई अपनी बहन के घर जाकर अपनी बहन से अपने माथे पर तिलक लगवाए और उसके हाथों से पकाया हुआ भोजन खाए तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। शास्त्रों में बताया गया है कि होली के अगले दिन अगर कोई भाई अपनी बहन से तिलक लगवाता है तो, वह कई प्रकार की बीमारियों से मुक्त हो जाता है।
यह है यम और यमी की कहानी
हिंदू पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि इस दिन भगवान यम लंबे समय के बाद अपनी बहन यमी से मिले थे। यमी अपने भाई यम से मिलकर इतनी खुश हुई थीं कि उन्होंने उनका स्वागत मालाएं पहनाकर और आरती करके किया था। साथ ही उनके माथे पर सिंदूर का तिलक लगाया था। फिर यमी ने यम के लिए एक शानदार दावत का आयोजन किया था। यम ने यह सारा दिन अपनी बहन के साथ खुशियों में बिताया था। उन्होंने घोषणा की कि जब कोई भाई इस दिन अपनी बहन से मिलने जाएगा, तो उसे लंबी उम्र और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलेगा।