माघ अमावस्या को देवता भी आते हैं धरती पर, जानें क्यों है ये अमावस्या सबसे खास
माघ मास की गुप्त नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के पूर्व तक शुभ मुहूर्त में घटस्थापना, कलश स्थापना किया जा सकता है, वैसे नवरात्रि काल के पूरे दिन अपने आप में शुभ मुहूर्त वाले माने जाते हैं। माता के चित्र या मूर्ति की स्थापना कर लाल फूलों सहित षोडशोपचार विधि से पूजन कर माँ दुर्गा के बीज मंत्रों या फिर नौ दिनों तक गायत्री महामंत्र का जप सुविधानुसार करना चाहिए। विशेष रूप से गुप्त नवरात्रि में इन दस देवियों दस महाविद्याओं की पूजा आराधना की जाती है।
जादू टोने, ऊपरी हवाओं के प्रभाव तुरंत हो जाएंगे खत्म, कर लें ये उपाय
ये हैं माघ मास की गुप्त नवरात्रि की पूरी तिथियां-
1- प्रतिपदा तिथि – 25 जनवरी 2020 दिन शनिवार
घटस्थापना, कलश स्थापना, शैलपुत्री पूजा
2- द्वितीया तिथि – 26 जनवरी 2020 दिन रविवार
ब्रह्मचारिणी पूजा
3- तृतीया तिथि – 27 जनवरी 2020 दिन सोमवार
ब्रह्मचारिणी पूजा
4- तृतीया तिथि – 28 जनवरी 2020 दिन मंगलवार
चंद्रघंटा पूजा
5- चतुर्थी तिथि – 29 जनवरी 2020 दिन बुधवार
कुष्मांडा पूजा
6- पंचमी तिथि – 30 जनवरी 2020 दिन गुरुवार
स्कंदमाता पूजा
7- षष्ठी तिथि – 31 जनवरी 2020 दिन शुक्रवार
कात्यायनी पूजा
8- सप्तमी तिथि – 1 फरवरी 2020 दिन शनिवार
कालरात्रि पूजा
9- अष्टमी तिथि – 2 फरवरी 2020 दिन रविवार
महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी, महाष्टमी पूजा, संधि पूजा
10- नवमी तिथि – 3 फरवरी 2020 दिन सोमवार
सिद्धिदात्री पूजा, नवरात्रि पारण, नवरात्री हवन
***************