कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ 21 मार्च 2023 सुबह 10:02 पर होगा और इसका समापन 22 मार्च 2023 रात्रि 8:20 पर हो जाएगा। ऐसे में कलश स्थापना 22 मार्च 2023 को किया जाएगा। इस विशेष दिन पर कलश स्थापना मुहूर्त सुबह 6:29 से सुबह 7:39 तक है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने से सभी विघ्न दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। शास्त्रों के मुताबिक कलश स्थापना के लिए साधक का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए और कलश की स्थापना ईशान कोण में ही करनी चाहिए।
नवरात्रि में भूलकर भी न करें ये काम
– नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वाले भक्तों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिएं।
– नवरात्रि के इन नौ दिनों में बच्चों का मुंडन करवाना भी अशुभ माना गया है।
– नवरात्रि के इन नौ दिनों में नाखून काटना भी वर्जित माना गया है। इसलिए नवरात्रि से पहले ही नाखून काट लें।
– नवरात्रि के नौ दिनों में प्याज और लहसुन का उपयोग वर्जित माना गया है। दरअसल यह तामसिक भोजन में आता है और इस दौरान तामसिक भोजन करने की मनाही होती है।
– नवरात्रि के इन दिनों में काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिएं। दरअसल ज्योतिष में काले रंग को अशुभ माना गया है।
– नवरात्रि के इन दिनों में सिलाई-कढ़ाई जैसे काम भी वर्जित माने गए हैं।
– नवरात्रि के दौरान मांस, मछली और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ऐसा करना अशुभ माना गया है।
– नवरात्रि के इन दिनों में व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को लेदर या चमड़े से बनी चीजें जैसे बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
– नवरात्रि में खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। खाने में कुट्टू का आटा, समक के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना की खिचड़ी और सेंधा नमक का उपयोग करना चाहिए।
– नवरात्रि में नहीं करने वाली सबसे बड़ी और ध्यान रखने वाली बात यह है कि यदि आप नवरात्रि में कलश स्थापना कर रहे हैं या अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित कर रहे हैं तो, ऐसा करने के बाद घर को कभी भी खाली छोड़कर न जाएं। वहीं माता की चौकी के पास भी घर का कोई न कोई सदस्य हमेशा रहना चाहिए। ऐसा न करने से माता रानी नाराज हो सकती हैं।