ऐसे में इस महीने सावन के तीन सोमवार पड़ेंगे। पहला सोमवार 3 अगस्त, दूसरा सोमवार 9 अगस्त और तीसरा और आखिरी सोमवार 16 अगस्त को होगा। आइये देखते हैं अगस्त के प्रमुख व्रत एवं त्योहारों की पूरी लिस्ट –
अगस्त 2021 के व्रत, त्यौहार व पर्व की लिस्ट : पंडित सुनील शर्मा के अनुसार अगस्त 2021 में सबसे पहले कामिका एकादशी पड़ेगी, इसके बाद प्रदोष व्रत, श्रावण अमावस्या,हरतालिका तीज, नाग पंचमी,स्कन्द षष्ठी,सिंह संक्रांति, रक्षा बन्धन,कजरी तीज व कृष्ण जन्माष्टमी सहित करीब डेढ़ दर्जन त्यौहार आएंगे।
कामिका एकादशी
साल 2021 में बुधवार 4 अगस्त को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। दरअसल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि जो भगवान विष्णु को समर्पित है, कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है।
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प्रदोष व्रत (कृष्ण)अगस्त में सावन का प्रदोष व्रत गुरुवार, 5 अगस्त को रखा जाएगा। प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि के दिन रखे जाने वाले इस व्रत के संबंध में मान्यता है कि यह व्रत रखने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सावन 2021 की मासिक शिवरात्रि शुक्रवार 6 अगस्त को पड़ेगी। यूं तो मुख्यरूप से महाशिवरात्रि का महत्व माना ही जाता है, परंतु हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि भी काफी महत्व रखती है। हिंदू कैलेंडर में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।
साल 2021 में हरियाली अमावस्या रविवार, 8 अगस्त के दिन पड़ रही है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान के अलावा अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किए जाने की मान्यता है।
साल 2021 में हरियाली तीज बुधवार, 11 अगस्त को मनायी जाएगी। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हरियाली तीज श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनायी जाती है। इस दिन पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए शादीशुदा महिलाएं व्रत रखती हैं।
विनायक चतुर्थी
इस अगस्त 2021 में गुरुवार 12 अगस्त को विनायक चतुर्थी पड़ रही है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलने के साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।हिंदू कैलेडर के अनुसार यह दिन हर शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को आता है।
सावन 2021 में शुक्रवार 13 अगस्त को नाग पंचमी पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार नाग देवता की पूजा का यह दिन यानि नाग पंचमी का पर्व हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है।
भगवान शिव और माता पार्वती के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय को समर्पित सावन का स्कंद षष्ठी व्रत इस बार शुक्रवार,13 अगस्त 2021 को रखा जाएगा। हिन्दू कैलेंडर में स्कंद षष्ठी व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन रखा जाता है। मुख्य रूप से यह व्रत दक्षिण भारत के राज्यों में मनाया जाता है।
सावन 2021 में मासिक दुर्गाष्टमी भी 15 अगस्त को है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। जिसे दुर्गाष्टमी और मास दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि के समय पड़ने वाली दुर्गाष्टमी को महाष्टमी कहते हैं, इसके अलावा हर माह भी दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा का पूजन और व्रत किया जाता है।
सूर्य के अपने ही स्वामित्व वाली सिंह राशि के प्रवेश को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है, ऐसे में इस बार यह मंगलवार, 17 अगस्त 2021 को है। यहां सूर्य उच्च के होते हैं। सिंह संक्रांति के दिन सूर्य की विशेष पूजा की जाती है।
सावन 2021 में बुधवार, 18 अगस्त 2021 को श्रावण पुत्रदा एकादशी पड़ रही है। हिंदू कैलेंडर में हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी मानना जाता है। इस दिन संतान प्राप्ति व सुख के लिए व्रत रखा जाता है।
अगस्त 2021 का दूसरा प्रदोष हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन में शुक्रवार, 20 अगस्त को रखा जाएगा। हर हिंदू माह की त्रयोदशी तिथि के दिन रखने जाने वाले इस प्रदोष के दिन व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए रखा जाता है।
दक्षिण भारत खासतौर केरल में बड़ी ही धूम-धाम के साथ मनाया जाने वाला ओणम वर्ष 2021 में शनिवार के दिन 21 अगस्त को है।माना जाता है कि ओणम यानि थिरुओणम के दिन राजा बली अपनी प्रजा से मिलने के लिए पाताल से हर वर्ष धरती पर आते हैं।
हिंदू संस्कृति में भाई बहन के प्रेम का पर्व रक्षाबन्धन का त्योहार हर साल श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। ऐसे में इस साल यानि 2021 में रविवार 22 अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाएगा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की दीर्घायु और स्वस्थ जीवन के लिए उनकी कलाई में राखी बांधेंगी।
हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाई जाने वाली गायत्री जयंती साल 2021 में रविवार के दिन 22 अगस्त को यानि रक्षाबंधन के दिन ही मनाया जाएगा। यह पर्व वेदों की देवी मां गायत्री को समर्पित त्योहार है।
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाए जाने वाला कजरी तीज या भादौ तीज का पर्व साल 2021 में बुधवार 25 अगस्त को मनाया जाएगा। इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु का कामना करतीं है।
भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव यानि कृष्ण जन्माष्टमी साल 2021 में सोमवार, 30 अगस्त को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
10. सिंह संक्रान्ति | : मंगलवार,17 अगस्त 2021 | सूर्य देव 17 अगस्त 2021, मंगलवार को देर रात 01 बजकर 05 मिनट पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे है। वे यहां शुक्रवार,17 सितंबर 2021, देर रात 01 बजकर 02 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेंगे और फिर अपना पुनः गोचर करते हुए, कन्या राशि में विराजमान हो जाएंगे। |
11. श्रावण पुत्रदा एकादशी | 11. श्रावण पुत्रदा एकादशी | : श्रावण पुत्रदा एकादशी पारणा मुहूर्त :06:34:51 से 08:29:04 तक 19, अगस्त को : अवधि :1 घंटे 54 मिनट : हरि वास समाप्त होने का समय :06:34:51 पर 19, अगस्त को |
12. प्रदोष व्रत (शुक्ल) | : शुक्रवार, 20 अगस्त 2021 | : श्रावण, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ – 10:54 PM, अगस्त 19 : श्रावण, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त – 08:50 PM, अगस्त 20 : प्रदोष काल- 06:56 PM से 08:50 PM |
13. ओणम | : शनिवार,21 अगस्त 2021 | : अगस्त 20, 2021 को 21:25:02 से थिरुवोणम नक्षत्र आरम्भ : अगस्त 21, 2021 को 20:21:49 पर थिरुवोणम नक्षत्र समाप्त |
14. रक्षा बन्धन / श्रावण पूर्णिमा व्रत | : रविवार,22 अगस्त 2021 | : राखी बांधने का शुभ मुहूर्त शुभ समय: – 22 अगस्त, रविवार सुबह 05:50 बजे से शाम 06:03 बजे तक : रक्षा बंधन के लिए दोपहर का सबसे अच्छा समय: – 01:44 बजे से 04:23 बजे तक |
15. गायत्री जयन्ती | : रविवार,22 अगस्त 2021 | : पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – अगस्त 21, 2021 को 10:30 PM बजे : पूर्णिमा तिथि समाप्त – अगस्त 22, 2021 को 09:01 PM बजे |
16. कजरी तीज | : बुधवार,25 अगस्त 2021 | : अगस्त 24, 2021 को 16:07:13 से तृतीया आरम्भ : अगस्त 25, 2021 को 16:21:00 पर तृतीया समाप्त |
17. कृष्ण जन्माष्टमी | : सोमवार,30 अगस्त 2021 | : अष्टमी तिथि प्रारम्भ: – अगस्त 29, 2021 रात 11:25 : अष्टमी तिथि समापन: – अगस्त 31, 2021 सुबह 01:59 : रोहिणी नक्षत्र प्रारम्भ: – अगस्त 30, 2021 सुबह 06:39 : रोहिणी नक्षत्र समापन – अगस्त 31, 2021 सुबह 09:44 |