बता दें कि कस्बे में कई अवैध व मानक विहीन अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से संचालित हैं जहां लंबे समय से गर्भपात का धंधा फल फूल रहा है। अमौली सीएचसी में तैनात एक एएनएम नर्स, आशा बहुओ को समझाकर प्रसूताओं को बेहतर इलाज के नाम पर निजी अस्पतालों में ले जाती है। जहां जांच, ऑपरेशन व दवाओं के नाम पर उन्हें लूटा जाता है।
इस मामले में पुलिस ने दिया ये जवाब इस बावत चाँदपुर थाना प्रभारी बच्चेलाल ने बताया किसी भी पक्ष से लिखित शिकायती पत्र नही मिला है। खबर की जानकारी सोशल मीडिया से प्राप्त हुई है। शिकायती पत्र मिलता है तो जांचकर कार्रवाई की जायेगी।
फतेहपुर से विवेक मिश्रा की रिपोर्ट