2 जून को सांप ने पहली बार काटा
मलवा थाने के सौरा निवासी 24 वर्षीय विकास दुबे बताते हैं कि पहली बार दो जून की रात करीब नौ बजे बिस्तर से उतरते हुए पहली बार सांप ने काटा। परिजन प्राइवेट नर्सिंग होम में ले गए। वहां दो दिन भर्ती रहा। इलाज के बाद ठीक हो घर आ गया। परिजनों को लगा सामान्य घटना है। इसके बाद फिर 10 जून की रात नौ बजे के करीब ही विकास को फिर से सांप ने काटा। परिजन उसी निजी अस्पताल ले गए। इलाज हुआ और वह ठीक होकर घर चला आया। मन में सांप का डर बैठ गया और वह अतिरिक्त सावधानी बरतने लगा, लेकिन सात दिन बाद 17 जून को भी यही हुआ। घर में सांप ने उसे काट लिया। वह अचेत होने लगा और परिजन दहशत में आ गए, लेकिन फिर उसी अस्पताल में इलाज हुआ और वह ठीक हो गया। चौथी बार सांप ने सात दिन भी नहीं बीतने दिए। चार दिन बाद ही फिर से सांप ने डस लिया। परिजन इलाज के लिए जब अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर भी हैरान थे। इस बार भी वह इलाज के बाद बच गया।
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नाते-रिश्तेदारों और डॉक्टर ने भी सलाह दी कि कुछ दिनों के लिए तुम अपने घर से दूर रहो। युवक मौसी के घर राधानगर में रहने के लिए चला आया। बीते शुक्रवार देर रात करीब सवा 12 बजे उसे घर में ही सांप ने फिर डस लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
‘सांप काटने से पहले हो जाता है आभास’
युवक का इलाज करने वाले डॉ. जवाहरलाल ने कहा- यह हैरान करने वाला संयोग है। हर बार उसे एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन और इमरजेंसी दवाएं देकर इलाज करते हैं। वह ठीक होकर घर चला जाता है। हर बार क्लियर स्नेक बाइट के निशान मिलते हैं। वहीं विकास दुबे का कहना है कि वह परेशान हो गया है। हर पल दहशत बनी रहती है, हर बार सांप काटने से पहले उसको आभास होने लगता है कि उसको सांप काटने वाला है।