ये भी पढ़ें- अयोध्या को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने की तैयारी, दर्जन भर से ज्यादा देशों की लिस्ट तैयार कुछ सपा नेता भाजपा से करा रहे अपना काम- पार्टी में अंतर कलह की वजह से 2017 में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन यह समाप्त हो उसके लिए राष्टीय अध्यक्ष ने जिला कमेटी के साथ अन्य कमेटी भी भंग कर दी है। लेकिन अभी सपा में गुट बाजी खत्म होती नहीं दिखाई दे रही है। स्थानीय नेता अपनी लोकप्रियता दिखाने के लिए हर दांव पेच आजमा रहे हैं। कुछ समाजवादी पार्टी के नेता भाजपा के पदाधिकारियों से मिलकर अपना काम करा रहे हैं, जिससे उनके भाजपा के करीबी होने की चर्चा है।
ये भी पढ़ें- अयोध्या फैसले के बाद आपत्तिजनक बयान करने वाले यह 70 लोग हुए गिरफ्तार, यूपी डीजीपी का आया बड़ा बयान अधिकारी जनता की नहीं सुनते-
पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता सभा रनवीर सिंह यादव ने बताया कि भाजपा खुद समाजवादी पार्टी को 2022 में चुनाव में जीत हासिल कराएगी क्योंकि भाजपा सरकार में अधिकारी जनता की सुनते नहींहै। साथ यहां नेताओं की बात मानी नहीं जाती है, जिस वजह से जनता परेशान हो रही है। इसी परेशानी की वजह से समाजवादी पार्टी दोबारा सत्ता हासिल करेगी।
पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता सभा रनवीर सिंह यादव ने बताया कि भाजपा खुद समाजवादी पार्टी को 2022 में चुनाव में जीत हासिल कराएगी क्योंकि भाजपा सरकार में अधिकारी जनता की सुनते नहींहै। साथ यहां नेताओं की बात मानी नहीं जाती है, जिस वजह से जनता परेशान हो रही है। इसी परेशानी की वजह से समाजवादी पार्टी दोबारा सत्ता हासिल करेगी।
डॉ. राम मनोहर लोहिया ने की थी चुनाव की शुरुआत-
समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय का उद्घाटन 1992 में किया गया था। उससे पहले समाजवादी पार्टी का कार्यालय फतेहगढ़ स्थित गिरीश चंद्र कटियार एडवोकेट के घर पर हुआ करता था। वहीं पर सभी बैठकें होती थी। उन्हीं के घर से पार्टी के संस्थापक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने चुनाव की शुरुआत की थी। यही से पहला चुनाव जीता था।
समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय का उद्घाटन 1992 में किया गया था। उससे पहले समाजवादी पार्टी का कार्यालय फतेहगढ़ स्थित गिरीश चंद्र कटियार एडवोकेट के घर पर हुआ करता था। वहीं पर सभी बैठकें होती थी। उन्हीं के घर से पार्टी के संस्थापक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने चुनाव की शुरुआत की थी। यही से पहला चुनाव जीता था।