फर्रुखाबाद

यूपी में इस जेल का खाना है नंबर-1, एफएसएसएआइ से मिली 5 स्टार रेटिंग

यूपी में एक ऐसी जेल है जिसके खाने को 5 स्टार रेटिंग मिली है। फर्रुखाबाद की फतेहगढ़ जेल खाने के लिए 5 स्टार रेटिंग पाने वाली यूपी की पहली जेल बन गई है।

फर्रुखाबादSep 02, 2022 / 11:25 am

Sanjay Kumar Srivastava

जेल का खाना सुनकर तो लोगों की हालात खराब हो जाती है। पर अब वक्त बदल रहा है। यूपी में एक ऐसी जेल है जिसके खाने को 5 स्टार रेटिंग मिली है। फर्रुखाबाद की फतेहगढ़ जेल खाने के लिए 5 स्टार रेटिंग पाने वाली यूपी की पहली जेल बन गई है। जिला जेल फतेहगढ़ की पाकशाला को यह सम्मान भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण एफएसएसएआइ ने दिया है। फतेहगढ़ जिला जेल को छोड़कर अभी तक यह सम्मान सूबे के किसी भी जेल को नहीं मिला है। एफएसएसएआइ प्रमाण पत्र मिलने के बाद डीजी जेल आनंद कुमार ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर इस सम्मान के बारे में ट्वीट किया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच फिर दिया सम्मान

जिला जेल फतेहगढ़ की पाकशाला के भोजन की उच्च गुणवत्ता के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम की ओर से जांच की गई। और गुणवत्तापूवर्क भोजन मिलने के बाद एफएसएसएआइ ने फाइव स्टार प्रमाण पत्र से सम्मानित किया। जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद ने बताया कि, यह सम्मान जिला जेल के लिए गौरव है। उत्तर प्रदेश में सिर्फ इसी जेल को अभी तक फाइव स्टार प्रमाण रेटिंग मिली है। पाकशाला की व्यवस्था के लिए जेलर अखिलेश कुमार, उप जेलर शैलेश सोनकर, अखिलेश मिश्रा को भी बधाई दी। भोजनालय ड्यूटी में तैनात सुकेंद्र कुमार तोमर को भी जेल अधीक्षक ने इस उपलब्धि पर प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। डीएम संजय कुमार सिंह ने जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद को इस आशय का प्रमाण पत्र सौंपा था।
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आधुनिक बन गई है जेल की रसोई

दरअसल, फर्रुखाबाद जिला कारागार की रसोई को आधुनिक बना दिया गया है। जेल के अंदर खाना बनाने के लिए आधुनिक मशीनें लग गई हैं। खाना हाथ के बजाय अब मशीनों से तैयार हो रहा है। जेल की रसोई में दो बड़ी रोटी मेकर मशीनें, आटा गूंथने की मशीन, सब्जी कटर मशीन लगाई गई हैं। कोरोना काल में फतेहगढ़ जिला जेल में नई पाकशाला का निर्माण किया गया था। जिला कारागार में प्रतिदिन करीब 1100 लोगों के लिए दोनों शिफ्ट की रसोई तैयार होती है।
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पहले वक्त लगता था

जेल अफसरों ने बताया कि, पहले रसोई तैयार करने में करीब छह घंटे लग जाते थे। सुबह चार बजे से 11 बजे तक खाना बनता था। शाम की पाली का खाना दोपहर तीन बजे से बनना शुरू हो जाता था। पर अब सब आसान हो गया है।

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