फर्रुखाबाद

फर्रुखाबाद: सेना के जवान ने 17 अक्टूबर को ड्यूटी ज्वाइन किया, 25 अक्टूबर को मिली मौत की खबर, मचा कोहराम

श्रीनगर के कुलगाम में सेना का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसमें फर्रुखाबाद के रहने वाले एक जवान की मौत हो गई। ‌ शहीद का शव आज गांव पहुंचा तो अंतिम दर्शन करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। माता-पिता पत्नी बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था।

फर्रुखाबादOct 27, 2024 / 06:16 pm

Narendra Awasthi

श्रीनगर में हुए सड़क दुर्घटना में फर्रुखाबाद के रहने वाले एक जवान की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी सहित अन्य का रो रो का बुरा हाल है। घटना के समय राजपूत रेजीमेंट की गाड़ी लद्दाख से दक्षिण कश्मीर कुलगाम रसद पहुंचाने गया था। जहां से वापस आते समय हादसा हो गया। हादसे में एक मेजर भी घायल है। मृतक गाड़ी का चालक था। शहीद का शव आज गांव पहुंचा। जहां अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सांसद मुकेश राजपूत ने भी पारिवारिक जनों को ढांढस बंधाया। एसडीएम और क्षेत्राधिकारी भी गांव पहुंचे। जहां शहीद जवान के परिजनों से बातचीत की। ‌
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फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद लुकटपुर निवासी 25 वर्षीय जीत कुमार ने 2015 में चालक के रूप में भर्ती हुए थे। जो 17 अक्टूबर को 45 दिनों की छुट्टी के बाद वापस गए थे। बीते 25 अक्टूबर की रात को सेवा का वाहन कुलगाम जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिससे मेजर सहित कई सैनिक घायल हो गए थे। जिसमें जीत कुमार की मौत हो गई।

क्या कहते हैं शहीद के पिता?

शहीद के पिता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जीत कुमार की शादी 2007 में बेहटा जहानगंज निवासी सरिता राजपूत के साथ हुई थी। जो चार भाइयों में भाइयों में सबसे बड़े थे। अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। दो बच्चे दिव्यांशु 12 वर्ष और अंकुल 6 वर्ष का है। माता-पिता पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि बीते शनिवार को सेना के अधिकारी ने फोन किया कि जीत कुमार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।

सांसद मुकेश राजपूत भी मौके पर पहुंचे

सांसद मुकेश राजपूत भी शहीद परिवार के बीच पहुंचे। जहां उन्होंने बिलख रहे पारिवारिक जनों को ढांढस बंधाया। कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से मदद दिलाई जाएगी। उप जिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी ने भी मौके पर पहुंचकर शहीद के परिजनों से बातचीत की। दोपहर में शहीद का शव तिरंगे में गांव पहुंचा। जहां अंतिम संस्कार किया गया।

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