फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद लुकटपुर निवासी 25 वर्षीय जीत कुमार ने 2015 में चालक के रूप में भर्ती हुए थे। जो 17 अक्टूबर को 45 दिनों की छुट्टी के बाद वापस गए थे। बीते 25 अक्टूबर की रात को सेवा का वाहन कुलगाम जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिससे मेजर सहित कई सैनिक घायल हो गए थे। जिसमें जीत कुमार की मौत हो गई।
क्या कहते हैं शहीद के पिता?
शहीद के पिता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जीत कुमार की शादी 2007 में बेहटा जहानगंज निवासी सरिता राजपूत के साथ हुई थी। जो चार भाइयों में भाइयों में सबसे बड़े थे। अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। दो बच्चे दिव्यांशु 12 वर्ष और अंकुल 6 वर्ष का है। माता-पिता पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि बीते शनिवार को सेना के अधिकारी ने फोन किया कि जीत कुमार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।
सांसद मुकेश राजपूत भी मौके पर पहुंचे
सांसद मुकेश राजपूत भी शहीद परिवार के बीच पहुंचे। जहां उन्होंने बिलख रहे पारिवारिक जनों को ढांढस बंधाया। कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से मदद दिलाई जाएगी। उप जिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी ने भी मौके पर पहुंचकर शहीद के परिजनों से बातचीत की। दोपहर में शहीद का शव तिरंगे में गांव पहुंचा। जहां अंतिम संस्कार किया गया।