परिणाम का लिंक शो नहीं होने से दिनभर परीक्षार्थी परेशान होते रहे। इस मामले पर ओपन स्कूल सचिव सुभाष शर्मा ने बताया कि परिणाम अपलोड करने के लिए डीओआईटी को भेजा है। वहां से अपलोडिंग की प्रक्रिया के बाद ही परिणाम दिखेगा। राजस्थान पत्रिका की वेबसाइट पर विद्यार्थियों की पीड़ा प्रकाशित कर मामला उजागर किया। इसके डेढ घंटे बाद ही स्टेट ओपन की वेबसाइट पर रिजल्ट डाल दिया गया।
34.82 प्रतिशत रहा परिणाम
डोटासरा ने बताया कि ओपन स्कूल की मार्च-मई 2019 की कक्षा 12वीं में कुल 61 हजार 181 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, इनमें से 60 हजार 709 ने परीक्षा दी। परीक्षा में 21 हजार 138 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें 11 हजार 810 महिलाएं तथा 9 हजार 328 पुरुष परीक्षार्थी रहे हैं। 12वीं का परिणाम 34.82 प्रतिशत रहा। महिला अभ्यर्थियों का परिणाम इस बार पुरुषों की तुलना में 9.45 प्रतिशत अधिक रहा है।
टॉपर के रोल नंबरों की हुई अदला-बदली
प्रदेशभर में इस परीक्षा में पुरुष वर्ग में 87.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जयपुर निवासी प्राक्रम सिंह शेखावत व महिला वर्ग में 81.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर श्रीगंगानगर की वीनस विश्नोई ने टॉप किया। परिणाम जारी करने के दौरान एक बड़ी चूक सामने आई। प्रोजेक्टर से स्क्रीन पर प्राक्रम और वीनस के जो रोल नबंर दिख रहे थे, वे रोल नंबर वास्तविक रोल नंबर से अलग थे। परिणाम की जल्दी में दोनों टॉपर्स के रोल नंबरों की भी अदला-बदली कर दी गई। इन दोनों को एकलव्य व मीरा पुरस्कार के तहत राज्य सरकार की ओर से 21-21 हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे।