ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या बढ़ाई गई (New Exam Pattern)
GSEB द्वारा अभी तक 9वीं और 11वीं की एग्जाम में 80% डिस्क्रिप्टिव और 20% ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे। वहीं अब इनमें बदलाव किया गया है। बोर्ड का मानना है कि इस नए बदलाव से उन छात्रों को फायदा होगा जो बहुत कम मार्क्स के अंतर से फेल हो जाते थे। इससे फेल होने वाले छात्रों की संख्या घटेगी। गुजरात बोर्ड ने नए शैक्षणिक वर्ष 2024-25 की शुरुआत के तीन महीने बीतने के बाद नए एग्जाम पैटर्न की घोषणा की है। 15 लाख छात्रों को मिलेगा फायदा
इससे राज्य में 9वीं और 11वीं क्लास में पढ़ रहे करीब 15 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का इसका फायदा मिलेगा। शिक्षा बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि छात्र आसानी से 10वीं और 12वीं बोर्ड की एग्जाम की तैयारी कर सके इस उद्देश्य से 9वीं और 11वीं में साइंस, जनरल समेत सभी विषयों की परीक्षा में 80% वर्णनात्मक और 20% ऑब्जेक्टिव प्रश्न की जगह 70% वर्णनात्मक और 30% ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे।
क्या कहना है GSEB बोर्ड का?
वहीं छात्रों को अभी तक परीक्षा में आंतरिक विकल्प दिए जाते थे, जिसमें एक क्वेश्चन के ऑप्शन में एक क्वेश्चन दिया जाता था। छात्रों को दो में से किसी एक क्वेश्चन को अटेंड करना था। नए एग्जाम पैटर्न (Exam Pattern) में छात्रों को अब जनरल विकल्प लागू किए जाने से 5 क्वेश्चन में से तीन या चार क्वेश्चन अटेंड करने होंगे। GSEB बोर्ड का मानना है कि इस बदलाव से सीमित तैयारी करने वाले छात्र आसानी से एग्जाम पास कर पाएंगे।