इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गुवाहाटी की ओर से जेईई एडवांस्ड 2023 की आंसर की जारी हो रही है। जिन स्टूडेंट्स ने ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन एडवांस्ड में हिस्सा लिया है, वे अपनी आंसर को ऑफिशियल वेबसाइट पर देख सकते हैं। इसके लिए स्टूडेंट्स को jeemain.nta.nic.in पर जाना होगा। जेईई एडवांस के बाद स्टूडेंट्स को कहां एडमिशन मिलेगा, क्या है है जेईई मेन और जेईई एडवांस में अंतर। ऐसे सवालों के जवाब जवाब यहां दिए जा रहे हैं।
आइए patrika.com पर आइए हैं जेईई मेन और जेईई एडवांस से जुड़ी जानकारी…।
भारत में BE/B.Tech में एडमिशन के लिए जेईई मेन और जेईई एडवांस के बीच काफी अंतर होता है। हालांकि दोनों में नजदीकी जुड़ाव है। जेईई मेन का आयोजन NIT.IIIT और GFTI में प्रवेश के लिए किया जाता है। जेईई मेन में सिलेक्ट हुआ उम्मीदवार जेईई एडवांस परीक्षा के लिए योग्य हो जाता है। दूसरी ओर जेईई एडवांस का आयोजन IIT में एडमिशन के लिए होता है।
जेईई मेन परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से आयोजित की जाती है। साल में दो बार आयोजित की जाती है। जेईई एडवांस परीक्षा का संचालन रुड़की, खड़गपुर, दिल्ली, कानपुर, मुंबई, हैदराबाद और गुवाहाटी आइआइटी में से कोई एक रोटेशन के आधार पर आयोजित करता है। यह परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है। इस बार की जेईई एडवांस्ड गुवाहाटी की ओर से ली गई थी।
जानिए क्या है मेन और एडवांस में अंतर
दोनों परीक्षाएं फिजिक्स कैमेस्ट्री और मैथ्य (PCM) के अभ्यर्थियों के नॉलेज को चेक करती है। जेईई मेन केवल तीन घंटे की परीक्षा होती है, जबकि एडवांस्ड तीन-तीन घंटे के दो पेपरों में आयोजित की जाती है। जी एडवांस्ड आईआईटी के अभ्यर्थियों की ओर से पूछे गए सवालों के लेवल के कारण सबसे कठिन माना जाता है। JEE Main परीक्षा में एक अच्छी अखिल भारतीय रैंकिंग प्राप्त करना देश के कई प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए पर्याप्त है। यदि IIT में प्रवेश चाहिए तो छात्रों को JEE मेन और JEE एडवांस दोनों परीक्षाओं की तैयारी पर ध्यान देना होता है। आइए जानते हैं दोनों परीक्षाओं में अंतर…।
JEE Mains vs JEE Advanced | |
जेईई मेन एग्जाम एनआईटी (NIT), ट्रिपल आईटी (IIIT) और केंद्र/राज्य सरकार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए होती है। | जेईई एडवांस्ड आईआईटी (IIT), आईआईईएसटी (IIEST), आरजीआईपीटी (RGIPT) में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। |
कौन दे सकता है जेईई एडवांस
जेईई एडवांस के लिए स्टूडेंट को जेईई मेन के बीई/बीटेक पेपर के टॉप 2.5 लाख सफल उम्मीदवारों में शामिल होना पड़ेगा। इसमें कैटेगरी के मुताबिक 10 फीसदी सामान्य EWS, 27 प्रतिशत ओबीसी-एनसीएल, 15 फीसदी एससी, 7.5 प्रतिशत एसटी, 40.5 प्रतिशत प्रत्येक कैटेगरी में पीडब्ल्यूडी के लिए पांच फीसदी सीट रिजर्व रहेगी। 12वीं में 75 फीसदी स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स इस परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं। स्टूडेंट्स की आयु 25 साल से ज्यादा नहीं होना चाहिए। वहीं जेईई मेन के परिणाम में दो लाख के भीतर रैंक हो। देशभर से डेढ़ लाख स्टूडेंट्स ही जेईई एडवांस दे सकते हैं। कोई भी स्टूडेंट ज्यादा से ज्यादा दो बार यह परीक्षा दे सकता है। इसमें जनरल और ओबीसी कैटेगरी को 75 प्रतिशत और एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी का 65 प्रतिशत है)। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल जेईई एडवांस का पेटर्न अपने आप में अलग है। इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन वाले स्टूडेंट्स चाहिए होते हैं। यदि आप भी सही प्लानिंग और गाइडेंस के साथ यह परीक्षा देते हैं तो क्लीयर कर पाएंगे।
इसके बाद क्या?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एडमिशन के लिए जेईई एडवांस परीक्षा ली जाती है। आईआईटी के अलावा भी कुछ बड़े कॉलेज हैं, जो जेईई एडवांस के आधार पर प्रवेश देते हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के रायबरेली का राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नालाजी है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च है जो तिरुवनंतपुरम, भोपाल, मोहाली, कोलकाता, पुणे में भी ब्रांच हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नालॉजी (IIST) तिरुवनंतपुरम शामिल हैं।
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