सौरिख के मोहल्ला आंबेडकर नगर के नगरिया महादेव निवासी सानू का चार वर्षीय पुत्र उस समय अगवा कर लिया गया था, जब बच्चा अपने पिता के घर से बाहर निकलते हुए पीछे निकल आया था। आरक्षी मीरा देवी 13 फरवरी को एक समन तामील कराने के लिए कन्नौज जिले के सौरिख के लिए गई थी, जहां वह मासूम आयुष को अगवा करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थीं। सौरिख थाना पुलिस ने मासूम अगवा होने की घटना में तत्परता दिखाई और अगवा मासूम को कानपुर के बर्रा-5 से बरामद कर उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया। बच्चे की बरामदगी के साथ अपहरण में आरोपित आरक्षी मीरा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पति पर लगाए थे आरोप 1997 में मीरा पुलिस सेवा में आई। 2001 में उसकी शादी मटन व्यवसायी कानपुर निवासी जितेंद्र उर्फ बऊआ चक से हुई थी। आरक्षी मीरा देवी उस वक्त सुर्खियों में आईं जब उन्होंने पति से झगड़ा कर पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था। लॉकडाउन के दौरान उसने पति पर देह व्यापार का आरोप लगाया था। पति पर यह आरोप लगाते हुए खुद को न्याय न मिलने पर कानपुर पुलिस को भी आरोपों के कठघरे में खड़ा कर मीडिया में सुर्खियां बटोरी थीं। मीरा देवी का तबादला हाल ही में कानपुर के बर्रा थाने से इटावा के बकेवर थाना कर दिया गया था। वह 10 वर्षों तक कानपुर के बर्रा थाने में तैनात रहीं। उसके बारे में पूछताछ में पुलिस को पता लगा कि कानपुर देहात के राजपुर की रहने वाली मीरा देवी किशोरावस्था में स्थानीय स्तर पर राजनीति करती रही।