इटावा

केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल बोले- जिन्हें भारत की सभ्यता पर विश्वास उन्हें ही जाना चाहिए महाकुंभ

इटावा में केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि महाकुंभ 2025 रिसर्च का विषय है। जहां 40 करोड़ से ज्यादा लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे। संगम कोई पिकनिक स्पॉट नहीं है। जिन्हें सनातन पर विश्वास उन्हें ही जाना चाहिए। इसके साथ उन्होंने उपचुनाव पर भी अपने प्रतिक्रिया दी।

इटावाJan 10, 2025 / 09:04 pm

Narendra Awasthi

Union Minister of State SP Singh Baghel in Etawah मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि महाकुंभ 2025 मैनेजमेंट कोर्स करने वालों के लिए रिसर्च का विषय है। जहां 40 करोड़ लोगों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी नेताओं के महाकुंभ 2025 पर दिए जा रहे बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। बोले संगम पिकनिक स्पॉट नहीं है। जिनको भारत की सभ्यता, संस्कृति, धर्म पर विश्वास है। उन्हें ही जाना चाहिए। इसके साथ उन्होंने ईवीएम, मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव, दिल्ली विधानसभा चुनाव पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। स्थानीय गेस्ट हाउस में उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में की।
यह भी पढ़ें
 

कन्नौज में मंदिर-मजार विवाद, मंत्री असीम अरुण बोले- ऐतिहासिक स्थल, ASI से कराई जाएगी जांच

उत्तर प्रदेश के इटावा पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ईमानदारी से चुनाव करता है। नाच ना आए आंगन टेढ़ा की तरह ईवीएम को दोषी माना जाता है। 2007 से 2012 तक इसी ईवीएम मशीन से पूर्ण बहुमत लेकर मायावती श ने सरकार बनाई। 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। कई अन्य राज्यों में विपक्ष की सरकार भी बनी है। आम आदमी पार्टी ने भी ईवीएम मशीन से चुनाव जीत कर सरकार बनाई है। विपक्ष पर मीठा-मीठा गप और कड़वा-कड़वा थू कर देने वाली कहावत चरितार्थ होती है।

कौन सा उपचुनाव सेमीफाइनल माना जाए?

मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव सेमीफाइनल नहीं है। 9 विधानसभा में जो उपचुनाव हुए हैं। उनको सेमीफाइनल माना जा सकता है। जिसमें भाजपा ने सात विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी की परंपरागत सीट पर भी बीजेपी ने कब्जा कर लिया है। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी जीत हासिल करेगी।

आस्था की डुबकी लगाने वालों का अपमान

केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जो लोग नास्तिक हैं और जिन्हें भारत की सभ्यता, रामायण, महाभारत, उपनिषद, सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक रीति रिवाज में विश्वास नहीं हैं, वही महाकुंभ 2025 को लेकर इस तरह की बातें कह सकता हैं। लेकिन यह 50 करोड़ सनातनियों का घोर अपमान है। जो आस्था की डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ में आ रहे हैं। 2018 में हुए अर्धकुंभ की तारीफ सभी ने की थी। इस बार 6 साल और मिल गए। महाकुंभ 2025 की मॉनिटरिंग प्रधानमंत्री ने स्वयं की है। मुख्यमंत्री कितनी बार जा चुके हैं याद ही नहीं है, डिप्टी सीएम वहीं के रहने वाले हैं। 

जंगल में कमंडल लेकर जाने वालों की वजह से सनातन सुरक्षित

एसपी सिंह बघेल ने कहा कि इतने बड़े कुंभ मेले के रिसर्च के लिए विश्व के लोगों को आना चाहिए। देखना चाहिए कि भारत में सनातन की जड़ कितनी मजबूत हैं। गौरी, खिलजी, तुगलकों, मुगलों, ईसाइयों ने बहुत हमले किए। हमारे जैसे राजनीतिक के लोगों ने लाल बत्ती गाड़ी ले ली। लेकिन शंकराचार्य, आचार्य, साधु संत कमंडल लेकर जंगलों में चले गए। जिससे भारत का सनातन सुरक्षित है। महाकुंभ 2025 रिसर्च का विषय है। 50 करोड़ लोग कैसे बिना हिंसा के आस्था की डुबकी लगते हैं। 

संगम पिकनिक स्पॉट नहीं

एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संगम पिकनिक स्पॉट नहीं है। जिनको भारत की सभ्यता, संस्कृति, धर्म, अध्यात्म पर विश्वास है। उन्हें ही वहां जाना चाहिए। मैनेजमेंट के भी व्यक्तियों को वहां पर जाना चाहिए। 40 करोड़ लोगों की व्यवस्था हो रही है। इस समय धार्मिक पर्यटन बहुत बढ़ गया है। महाकुंभ 2025 मैनेजमेंट कोर्स करने वालों के लिए रिसर्च का विषय है। 

संबंधित विषय:

Hindi News / Etawah / केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल बोले- जिन्हें भारत की सभ्यता पर विश्वास उन्हें ही जाना चाहिए महाकुंभ

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.