यह भी पढ़े – जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में बवाल करने वालों की धरपकड़ शुरू, अब तक 227 गिरफ्तार सपा पर लगाए कई आरोप उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी न मिलने से खफा महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य ने सपा से गठबंधन तोड़ने की बात कह कर कई तरह के आरोप भी लगाए। दरअसल सपा गठबंधन में महान दल को केवल दो सीटें मिली थीं। केशव की पत्नी और बेटे को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर महान दल के प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ाया था लेकिन दोनों पराजित हो गए। जबकि विधानसभा चुनाव के दरम्यान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा प्रो रामगोपाल यादव ने केशव देव मौर्य की जमकर तारीफ करते हुए भगवान श्री कृष्ण बताया था। उन्होंने कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के चुनावी रथ के सारथी महान दल के केशव देव मौर्य होंगे।
यह भी पढ़े – गांव आए तीन मुस्लिम फकीरों से लगवाए जय श्रीराम के नारे, करवाई उठक-बैठक, देखें वीडियो पार्टी को नहीं दिला सके फायदा केशव देव मौर्य से सपा ने जब गठबंधन किया था उस समय यह उम्मीद की गई थी कि केशव के जरिये समाजवादी पार्टी को खासा फायदा मिलेगा लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। पिछड़ी जातियों में प्रमुख शाक्य मौर्य कुशवाहा और सैनी वर्ग से ताल्लुक से जुड़े केशव अपनी जाति पर प्रभाव नहीं छोड़ सके। जबकि इसके ठीक विपरीत सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी से जुड़े इस जाति से ताल्लुक रखने वाले नेताओं का असर व्यापक दिखाई दिया।