सरकार की मंशा है कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं किसी से पीछे ना रहें, इसे ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से इन विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास शुरू किए जाने की व्यवस्था की गई है। इसके इसी शिक्षा सत्र में चालू हो जाने की संभावना है, जिसके लिए विद्यालयों के चयन का कार्य पूरा कर लिया गया है। जिले के 147 विद्यालयों को इस कार्य के लिए चयनित किया गया है। ऐसी संभावना है कि शिक्षा सत्र में यहां स्मार्ट कक्षाओं का क्लास का संचालन शुरू हो जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग के ज्यादातर विद्यालय ग्रामीण इलाकों में हैँ और अब स्मार्ट क्लास का लाभ इन इलाकों में रहने वाले छात्रों को भी मिलेगा। हालांकि निजी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था पहले से ही की गई है अब सरकारी विद्यालयों में भी यही व्यवस्था की जा रही है।
यह भी पढ़े – आर्थिक कमजोर बच्चों को एडमिशन नहीं दिया तो प्राइवेट स्कूलों पर गिरेगी गाज सुरक्षा पर है खासा जोर खास बात यह है कि सबसे पहले इस बात की व्यवस्था की जाएगी स्मार्ट क्लास वाली कथाएं पूरी तरह से सुरक्षित रहें। इसलिए कक्षाओं में डबल लॉक लगाए जाएंगे और लोहे के गेट भी लगवाए जाएंगे। ऐसी कक्षाओं के गेट में इंटरलॉक भी लगाया जाएगा। यह निर्देश भी दिए गए हैं कंपोजिट ग्रांट का दस प्रतिशत विद्यालयों की साफ सफाई पर खर्च होगा। स्मार्ट क्लास के लिए वार्षिक कार्य योजना में प्रस्ताव भेजा गया है।
सुरक्षा भी होगी पूरी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेष कुमार ने कहा है कि खंड शिक्षा अधिकारियों से चयनित विद्यालयों का सर्वे करने के लिए कहा गया है। विद्यालयों में यह देखा जाएगा कि क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं और क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी है। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूलों में सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किए जाएंगे।
147 स्कूलों का हुआ चयन जिला समन्वयक मनोज धाकरे ने बताया है कि इस योजना के तहत जिले में 147 विद्यालयों का चयन कर लिया गया है। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरु की जाएंगी। उन्होने कहा कि इस योजना के तहत शासन के निर्देशों के अनुरूप आगे का कार्य किया जाएगा। स्मार्ट क्लास शुरू होने से छात्र-छात्राओं को काफी लाभ होगा।