इटावा

जिला सहकारी बैंक में 102 करोड रुपए का घोटाला, झांसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी निलंबित

इटावा के जिला सहकारी बैंक में 102 करोड़ रुपए के घोटाले में झांसी और इटावा में तैनात मुख्य कार्यपालक अधिकारी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आयुक्त एवं निबंधन सहकारिता ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा है। ‌

इटावाOct 26, 2024 / 06:20 pm

Narendra Awasthi

उत्तर प्रदेश के इटावा में जिला सहकारी बैंक में 102 करोड रुपए का घोटाला हुआ है। जांच में दोषी पाए गए निवर्तमान सचिव, मुख्य कार्यपालक अधिकारी इटावा और झांसी के सचिव व मुख्य कार्यपालक अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी की जा रही है। आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता बी एन सिंह ने अपने पत्र के माध्यम से यह जानकारी दी है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से जांच में दोषी पाए गए सभी अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अनुसार कार्रवाई करने को कहा है। मामला 16 जुलाई 2024 का है। जब कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
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जिला सहकारी बैंक में घोटाले को लेकर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उप महा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक उमेश कुमार ने 17 जुलाई को दिए अपने पत्र में बताया था कि 24 करोड़ 18 लाख रुपए का गबन किया गया है। 72 लाख रुपए की अनियमित भी पाई गई है। शिकायती पत्र में उन्होंने 10 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की थी। जिसमें अखिलेश चतुर्वेदी, सहायक प्रबंधक अतुल प्रताप सिंह, लेखाकार नफीसुल जैदी, शाखा प्रबंधक सुनीता, लिपिक शिवांगी शुक्ला को नामजद किया गया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उपरोक्त सभी को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही अखिलेश चतुर्वेदी के पिता शैलेंद्र चतुर्वेदी, मां आशा चतुर्वेदी, पत्नी मालती चतुर्वेदी, उज्जवल पोरवाल और ठेकेदार प्रभात कुमार भी शामिल है।

सीए के स्पेशल ऑडिट में हुआ खुलासा

आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता बी एन सिंह ने अपने पत्र में बताया है कि सीए ने जिला सहकारी बैंक इटावा में 1 अप्रैल 2016 से सितंबर 2023 के बीच की स्पेशल ऑडिट की थी। जिसकी स्पेशल रिपोर्ट 22 अक्टूबर 2024 को प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड को दी। स्पेशल रिपोर्ट के आधार पर क्रिमिनल वैधानिक एवं उत्तर प्रदेश सहकारी समिति अधिनियम 1965 की सुसंगत धाराओं में कार्रवाई करने को कहा गया। स्पेशल रिपोर्ट में 102 करोड़ के गबन की जानकारी दी गई थी।

घोटाले में शामिल सभी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश

बीएन सिंह ने बताया कि जिला सहकारी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुनियोजित तरीके से बैंक की धनराशि का गबन किया है। इस मामले में वर्तमान सचिव मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक गुप्ता और पूर्व में कार्यरत सचिव मुख्य कार्यपालक अधिकारी कुलदीप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

कुलदीप सिंह झांसी में सचिव पद पर तैनात

कुलदीप सिंह इस समय जिला सहकारी बैंक लिमिटेड झांसी में सचिव, मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर तैनात हैं। जिनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी शुरू की गई है। पत्र में पुलिस महानिदेशक को भी संबोधित किया गया है। जिसमें लिखा है कि उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक से भेजे गए रिपोर्ट में जिन अधिकारियों को सम्मिलित पाया जाए। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अनुसार कार्रवाई की जाए।

रॉयल गैलेक्सी होटल को किया गया कुर्क

इधर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने होटल रॉयल गैलेक्सी की संपत्ति को कुर्क कर लिया है। इस संबंध में एक सूचना पट होटल रॉयल गैलेक्सी में लगाया गया है।‌ जिसमें लिखा गया है कि जिला सहकारी बैंक लिमिटेड इटावा में किये गये गबन के धन से होटल रॉयल गैलेक्सी को बनाया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर इस संपत्ति को कुर्क किया जाता है।

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