सफारी में शेरों और शेरनियों का इलाज कराने के लिए एक पुराने डॉक्टर से लगातार जेनिफर के बारे पशुचिकित्सक चर्ची कर रहे हैं। जेनिफर और गौरी सफारी अस्पताल में अलग-अलग भर्ती हैं। उन्हें एहतिहात के तौर पर पहले से ही उबला मांस दिया जा रहा है। अब उनके हाव-भाव की निगरानी भी की जा रही है। बता दें कि पिछले दिनों सफारी के कुछ कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें घरों में आइसोलेट कर दिया गया था। शेरों में संक्रमण फैलने की आशंका के चलते सफारी में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जानवरों के पास जाने वाले को पीपीई किट पहनकर ही जाने दिया जा रहा है। उनके खाने में भी सतर्कता बरती जा रही है।