ये भी पढ़ें- अस्वस्थ होने के बावजूद मुलायम सिंह यादव पहुंचे जन्मदिन समारोह में, खुद के लिए हो रही नारेबाजी को अचानक रोका गोपाल यादव ने जताया आभार- जिलाध्यक्ष बनने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, पार्टी के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव का आभार जताते हुए कहा है कि गोपाल यादव ने जो मेरे ऊपर भरोसा दिखाया है, उसको हर हाल पर मेहनत और लगन के साथ मैं पूरा करने का प्रयास करूंगा।
ये भी पढ़ें- शिवपाल सिंह यादव से इन्होंने कहा- भतीजा बात नहीं मान रहा है, तो आप ही झुक जाओ पार्टी से निकाले गए थे गोपाल यादव- 2012 में अखिलेश यादव की उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद हुए नगर पालिका के चुनाव में इटावा में कुलदीप गुप्ता संटू की मदद करने के कारण गोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला भी गया था, लेकिन प्रो. रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव के करीबी होने के कारण उनकी वापसी कुछ समय बाद ही कर ली गई थी। गोपाल यादव के नेतृत्व में सपा ने निकाय चुनाव में प्रतिष्ठित इटावा और भरथना नगर पालिका क्षेत्र में जीत का परचम फहराया था। जसवंतनगर में 100 वोटों के मामूली अंतर से उन्हें हार मिली थी। ऊर्जा और उनके कुशल नेतृत्व को देखते हुए गोपाल यादव को दोबारा मौका मिला है।
2019 चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी ने प्रदेश भर के सभी जिलाध्यक्षों समेत सभी ईकाईयों को भंग कर दिया था, उसके बाद लगातार कई राजनेताओं की ओर से दावेदारी की जा रही थी, लेकिन अखिलेश यादव ने एक बार फिर से गोपाल यादव पर भरोसा जताते हुए जिलाध्यक्ष की दौड़ में सक्रिय राजनेताओं को करारा झटका दिया है।