अधिकारियों ने खजाने को मालिक को दे दिया
तिजोरी खुलने के बाद जो सामान उसके अंदर से निकला, अधिकारियों ने उसे मालिक को सुपुर्द कर दिया। जब तिजोरी खोली जा रही थी, तब लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। लोग छतों से तिजोरी खुलते हुए देख रहे थे।
तिजोरी खुलने के बाद जो सामान उसके अंदर से निकला, अधिकारियों ने उसे मालिक को सुपुर्द कर दिया। जब तिजोरी खोली जा रही थी, तब लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। लोग छतों से तिजोरी खुलते हुए देख रहे थे।
पुराने मकान की खुदाई में निकली थी तिजोरी
दरअसल एटा के जिन्हेंरा निवासी भूप्रकाश माहेश्वरी को प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत मकान मिला था। पुराने खंडहर हो चुके मकान को खोद कर नया मकान बनाया जाना तय हुआ। इसके लिए पुराने मकान की खुदाई शुरू हुई। खुदाई के दौरान एक तिजोरी निकली। बताया जा रहा है कि ये तिजोरी 200 साल पुरानी है। ये भूप्रकाश माहेश्वरी के पूर्वजों की है।
दरअसल एटा के जिन्हेंरा निवासी भूप्रकाश माहेश्वरी को प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत मकान मिला था। पुराने खंडहर हो चुके मकान को खोद कर नया मकान बनाया जाना तय हुआ। इसके लिए पुराने मकान की खुदाई शुरू हुई। खुदाई के दौरान एक तिजोरी निकली। बताया जा रहा है कि ये तिजोरी 200 साल पुरानी है। ये भूप्रकाश माहेश्वरी के पूर्वजों की है।
भूप्रकाश माहेश्वरी के पूर्वज जमींदार थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि इसमें से भारी संख्या में सोना-चांदी निकल सकता है। अब तिजोरी से सोना-चांदी तो निकली, लेकिन वह कितनी निकली, ये हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं।