ये मामला थाना निधौली कलां के गांव राम नगर का है। मुकेश कुमार का 13 वर्षीय पुत्र सचिन पास के ही स्कूल में पढ़ता था। मुकेश कुमार ट्रक चलाता है। हुआ ये कि मां हंसमुखी ने बेटे से स्कूल जाने के लिए कहा। वह स्कूल नहीं जाना चाहता था। बेटे के स्कूल जाने के इंकार पर मां ने उसे डांट दिया, बस इसी बात पर गुस्साए मासूम ने कमरे में ही रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। देर तक जब पुत्र कमरे से नहीं निकला, तो मां ने जाकर देखा। पुत्र को फंदे पर झूलता देख, उसके होश उड़ गए। चीख पुकार सुन पड़ोसी मौके पर आ गए। उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जब मां ने इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनी, तो वह भी सुधबुध खो बैठी।
मां हंसमुखी (35) को पता चला कि अब इकलौता बेटा दुनिया में नहीं रहा है तो उसने भी उसी रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे नीचे उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई है। प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार त्यागी ने बताया कि मां के डांटने पर किशोर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। वहीं घटना से क्षुब्ध होकर मां भी फांसी के फंदे पर झूल गई, उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।