यह भी पढ़ें: जिलाधिकारी डॉक्टर विभा चहल को सूचना मिली थी कि पंचायत चुनाव को लेकर शस्त्र लाइसेंस जमा कराए जाने की जो सूचना पुलिस की ओर से दी गई है वह आकड़े गलत हैं। वास्तव में कम शस्त्र लाइसेंस जमा कराए गए है। इस शिकायत पर सत्यापन के लिए एडीएम वित्त और राजस्व केशव कुमार एसपी क्राइम राहुल कुमार के साथ कोतवाली देहात पहुंच गए और मालखाना चेक कराने के लिए कहा।
जब जांच की गई तो पता चला कि जो आकड़ें बताए गए हैं वास्तविक संख्या उनसे 400 कम है। इस पर जांच को आगे बढ़ाया गया तो पता चला कि थाने पर पकड़ी गई 1400 पेटी शराब भी गायब कर दी गई है। यह जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो मडंलायुक्त और डीआईजी भी थाने पर पहुंच गए। थाना प्रभारी को मौके पर बुलाया गया तो वह नहीं आए। इस तरह बड़ा गोलमाल सामने आया तो एसएसपी ने थानेदार को सस्पेंड कर दिया और उसी थाने में थानेदार इंद्रेश भदौरिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इस पूरे मामले में एटा की जिलाधिकारी का कहना है कि इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि अगर कोई भी गड़बड़ करेगा तो उसे बख्शा नही जाएगा।