दरअसल, मामला एटा के जैथरा कस्बे का है। जहां ठेले पर कपड़े बेचने वाले रामेश्वर दयाल की सुरक्षा में दो सशस्त्र पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। बता दें कि रामेश्वर दयाल ने सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेंद्र यादव के खिलाफ जातिसूचक गालियां देने के साथ बंधक बनाकर भूमि का बैनामा कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इस पर सपा नेताओं मुकदमा खारिज करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिसमें सपा नेताओं ने मुकदमे को झूठा बताते हुए खारिज करने की मांग की थी। इस मामले में हाईकोर्ट ने नोटिस जारी करते हुए रामेश्वर दयाल को भी तलब किया था
यह भी पढ़ें – PUBG खेलते-खेलते 2 बच्चों की मां को प्यार, 1700 किमी की दूरी तय कर पहुंची अलीगढ़ हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए सुरक्षा के दिए थे आदेश हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने पीड़ित रामेश्वर दयाल को देख हैरानी जताते हुए टिप्पणी की कि आखिर पीड़ित बगैर किसी सुरक्षा के यहां तक कैसे पहुंचा? यूपी पुलिस की तरफ से उसे सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? न्यायाधीश ने तत्काल पीड़ित रामेश्वर दयाल को दो सशस्त्र पुलिसकर्मी मुहैया कराने के आदेश दिए। अब हाईकोर्ट के आदेश पर रविवार से रामेश्वर दयाल की सुरक्षा में गनर तैनात कर दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें – बस की टक्कर से दो कांवड़ियों की मौत के बाद जमकर बवाल, साथियों ने 7 बसों में की तोड़फोड़ ठेले पर कपड़े बेचकर करता परिवार का पालन पोषण बता दें कि पीड़ित रामेश्वर दयाल के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। उसके पास खुद की दुकान तक नहीं है। वह ठेले पर कपड़े बेचकर परिवार का पालन पोषण करता है। अब जो भी रामेश्वर दयाल के ठेले से कपड़े खरीदने आता है, वह गनर को देख हैरान रह जाता है। वहीं, रामेश्वर दयाल का कहना है कि वह अब खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है।