सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक करने के लिए सड़कों पर इस बार अधिक कावंडिए निकल रहे हैं। इसके लिए रोडवेज बसों के संचालन को डायवर्ट किया गया है। एटा से आगरा के लिए अब सीधे रोडवेज बस नहीं जाएगी। एटा से मैनपुरी, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद होते हुए आगरा जाएगी। दो घंटे में आगरा पहुंचने के स्थान पर पांच घंटे यात्रा करनी होगी। अभी एटा से आगरा का किराया 124 रुपये है, डायवर्ट रुट से जाने पर 70 रुपये प्रति यात्री और बढ़ जाएंगे। ऐसे में यात्रियों की जेब पर भी बोझ पड़ेगा।
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एटा से शिकोहाबाद रोड पर रोडवेज बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जितनी भी बसें थी उन्हें न चलाने के आदेश जिला प्रशासन की ओर दिए गए हैं। इस रोड पर सभी प्रकार के भारी वाहन भी नहीं जा सकेंगे। इसके लिए भी पुलिस ने पुख्ता इंतजाम कर लिए है। सोरों से कावंड़ यात्रा आने के बाद सबसे अधिक कांवड़िया मध्य प्रदेश के लिए शिकोहाबाद होकर जाते हैं। एटा से बरेली के लिए जो बसें जाती है उन्हें भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। कुछ बसें सिर्फ कासगंज तक जा रही हैं। बरेली जाने वाली बसों को रोक दिया गया। कुछ बसें जा भी रही है तो उन्हें एटा से गंजडुंडवारा, सहसवाहन होते हुए बदांयू के बाद बरेली के लिए भेजा जा रहा है। यह रूट भी काफी लंबा है। इससे भी प्रतिदिन जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। बरेली जाने वाली की संख्या करीब एक से डेढ़ हजार यात्रियों की है।
एटा के एएसपी धनजंय कुशवाह ने कहा कि कांवड यात्रा को देखते हुए रूट डायवर्ड किया गया है। एटा आगरा, एटा शिकोहाबाद, एटा कासगंज पर सबसे अधिक कावंड़ यात्री हैं। बड़े वाहनों को इन सड़कों से हटाया गया है। इससे कावंड़ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो सके।
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