दो जुलाई को हाथरस के सिकंदरामऊ में हुआ हादसा
बीते दो जुलाई को महादेवी अपने घर से ‘भोले बाबा’ का सत्संग सुनने के लिए हाथरस के सिकंद्राराऊ गई थी। हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ मचने से महादेवी की भी मौत हो गई। मां के निधन के बाद महादेवी के बच्चों में कोहराम मच गया। परिवार आक्रोशित है और ‘भोले बाबा’ पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। सबसे बड़ा बेटा तो यहां तक कह गया कि अगर बाबा सामने आ जाए तो हम उसे सबक सिखा देंगे। यह भी पढ़ें
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भोले बाबा ने अपनी किडनी क्यों नहीं सही कर ली?
दिल्ली में बाइक मिस्त्री की पत्नी भी दो जुलाई को हाथरस के सिकंदरामऊ में भोले बाबा का सत्संग सुनने आई थी। यहां भदगड़ में उनकी भी मौत हो गई। इसपर बाइक मिस्त्री के बड़े बेटे चंद्रशेखर ने कहा “मेरे पूरे परिवार को मां ही संभालती थी। घर में तीन छोटे-छोटे भाई बहन है। बिना मां के घर में कोई नहीं दिख रहा। हर समय मां साय के रुप में साथ रहती थी। उनके निधन के बाद हम भाई बहनों के आंसू नहीं थम रहे है। वह कोई बाबा नहीं ढोंगी है। बाबा के पास कोई शक्ति नहीं है। सब फर्जी बाते हैं। हम लोगों की तरह ही आम इंसान है। नल के पानी पीने से बीमारी ठीक करने का दावा करता है। सभी की बीमारियों को सही करता है। जब खुद की किडनी खराब है तो पानी पीकर उसे सही क्यों नहीं कर लेता।”