फिल्म का नाम था दरमियां बात उस समय की है, जबक फिल्म इंडस्ट्री के आइकॉनिक फिल्ममेकर्स में से एक श्याम बेनेगल की असिस्टेंट रहीं कल्पना लाजमी एक फिल्म की कहानी लिखनी शुरू की। इस फिल्म का टाइटल था ‘दरमियां’। फिल्म में एक ऐसी एक्ट्रेस की कहानी थी जिसकी संतान किन्नर पैदा हुई होती है। इस बात से घबराकर एक्ट्रेस फैसला लेती है कि वह दुनिया को बताएगी कि ये बच्चा उसका छोटा भाई है। फिल्म ‘दरमियां’ में किन्नर का नाम इम्मी था, जिसके लिए शाहरुख खान को फाइनल किया गया था।
किन्नर का रोल करना चाहते थे एक्टर मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख खान अपने करियर की पीक पर किन्नर के रोल को निभाने में हिचक रहे थे। वह रिस्क नहीं लेना चाहते थे। लेकिन एक इंटरव्यू में खुद शाहरुख ने खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म ‘दरमियां’ में किन्नर के रोल के लिए मना नहीं किया था। शाहरुख ने बताया कि मैंने कल्पना लाजमी को फोन करके कहा था कि मुझे रोल करना है। अगर आप मुझे इस काबिल समझती हैं तो।
शाहरुख खान ने कहा कि मैंने कल्पना लाजिमी से फीस की बात नहीं की थी, बस एक छोटी सी शर्त रखी थी कि उनका करियर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। वे हर साल करीब चार फिल्में साइन कर रहे हैं। ऐसे में उनके लिए टाइम मैनेज करना थोड़ा मुश्किल है। शाहरुख ने बताया, वो मुझसे मिलने आईं, उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई। मैंने कल्पना लाजिमी से एक ही चीज रिक्वेस्ट की थी कि फिल्म को सितंबर में चालू कर लें। अगर आप सितंबर तक इंतजार कर लें तो मैं आपको सात दिन दूंगा। जिसपर कल्पना ने भी हामी भर दी।
शाहरुख की जगह इन्हें मिला था मौका एक्टर ने बताया कि कल्पना से उनकी ये मुलाकात फिल्म वाले साल से पिछले दिसंबर में हुई थी और शायद जनवरी या फरवरी में उन्होंने तय किया कि वो सितंबर तक इंतजार नहीं कर सकतीं। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘दरमियां’ में किन्नर के रोल के लिए आरिफ जकारिया को कास्ट कर लिया। फिल्म 1997 में रिलीज हुई थी।