बता दें कि क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड की कैटेगरी में एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ का मुकाबला ‘ऑल क्वाइट ऑन द वेस्टर्न फ्रंट’, ‘अर्जेंटीना 1985’, ‘बार्डो’, ‘फॉल्स क्रॉनिकल ऑफ ए हैंडफुल ऑफ ट्रुथ्स’, ‘क्लोज’ और ‘डिसीजन टू लीव’ जैसी फिल्मों था। लेकिन RRR ने सभी को पछाड़ते हुए बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म के लिए क्रिटिक्स च्वॉइस अवॉर्ड अपने नाम कर लिया है। क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, RRR फिल्म के कास्ट एंड क्रू को बहुत बधाई। फिल्म ने बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म के लिए क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड अपने नाम किया है।
यह भी पढ़े – पठान बायकॉट करने वालों को शाहरुख खान के फैंस ने दिखाया ठेंगा, एडवांस में बुक किए इतने टिकट! बता दें कि क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर एसएस राजामौली का एक वीडियो भी शेयर किया गया है। इस वीडियो में वह हाथ में ट्रॉफी लिए हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही उनके चेहरे पर साफ खुशी जाहिर हो रही है। ये पल ना सिर्फ आरआरआर फिल्म के लिए, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी बेहद खास है। इससे पहले भी लॉस एंजिल्स में आयोजित 80वें गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में एसएस राजामौली की फिल्म RRR ने इतिहास रचा था। अब बेस्ट फॉरेन लैंगवेज फिल्म के लिए क्रिटिक्स च्वॉइस अवॉर्ड जीतकर कामयाबी का परचम लहरा दिया है।