मामले में बंगाली अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक कार्यक्रम में पहुंची अभिनेत्री नुसरत जहां ने कहा कि मैं धार्मिक भावनाओं को आहत करने में विश्वास नहीं करती। साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म को बीच में मत लाओ। इसको बेचने लायक मत बनाओ। बहुत आसान होता है अपने ड्राइंग रूम में बैठकर मसालेदार स्टोरी को देखना। मैंने हमेशा से क्रिएटिविटि को अलग से सपोर्ट किया है और पर्सनली को अलग से। नुसरत जहां ने कहा कि मेरा मानना है कि धार्मिक भावनाएं को आहत नहीं का जा सकती हैं।
नुसरत आगे कहती हैं कि सभी को अपना धर्म अपने तरीके से मानने का हक है लेकिन वो किसी की भावनाएं आहत नहीं कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि रचनात्मकता और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए।
आपको बता दें कि शनिवार यानी 02 जुलाई को इंडियन फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली का पोस्टर शेयर किया था। फिल्म का पोस्टर शेयर करने के साथ उन्होंने यह जानकारी भी दी थी कि उनके इस डॉक्यूमेंट्री को कनाडा फिल्म्स फेस्टिव (Rhythms Of Canada) में लॉन्च किया गया। लीना ने अपनी डॉक्यूमेंट्री का नाम काली रखा है। फिल्म का पोस्टर देखते ही लोग मां काली को सिगरेट पीता दिखाने पर भड़क गए।
आपको बता दें ये कोई पहला मामला नहीं है जब हिंदू देवी देवताओं को आपत्तिजनक हाल में दिखाया गया हो। इससे पहले भी कई फिल्मों में इस तरह के दृष्य दिखाए गए हैं। आपको याद हो तो आमिर खान की फिल्म पीके में भगवान शिव का मजाक उड़ाया गया था. इस सीन पर काफी विवाद हुआ था। वहीं हाल में ही में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की आने वाली फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ के ट्रेलर में दिखाए गए एक सीन पर भी विवाद हुआ था, जिसे देखने के बाद फैंस ने आरोप लगाया कि इसमें ऐक्टर को मंदिर में जूता पहनकर जाते हुए दिखाया गया है।
फिल्हाल फिल्म काली के पोस्टर का ये विवाद भी तेजी से बढ़ रहा है। लोग इसपर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
फिल्हाल फिल्म काली के पोस्टर का ये विवाद भी तेजी से बढ़ रहा है। लोग इसपर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।