इस फिल्म ने प्रशांत नील के निर्देशन में बनी ‘केजीएफ 2’ को भी पछाड़ दिया है। ‘कांतारा’ आइएमडीबी पर सबसे ज्यादा रेटिंग वाली भारतीय फिल्म बन गई है। इस फिल्म को वर्तमान में आइएमडीबी पर 9.4 रेटिंग मिली है, जो अब तक किसी भी भारतीय फिल्म के लिए सबसे अधिक है। फिल्म ने ‘आरआरआर’, ‘अंबे शिवम’, और ‘जय भीम’ सहित इस सूची में शामिल अन्य सभी ब्लॉकबस्टर फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। कन्नड़ भाषा में बनी यह फिल्म अब हिंदी, तमिल और तेलुगू में भी रिलीज हो चुकी है।
‘कांतारा’ मानव बनाम प्रकृति की कहानी कहती है। एक गांव में सेट यह फिल्म शिव नाम के व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक विद्रोही है और प्रकृति के खिलाफ काम करता है। भूमि के लिए शुरू होने वाली लड़ाई, ग्रामीणों और बुरी आत्माओं के बीच के युद्ध में तब्दील हो जाती है। फिल्म को दर्शकों और आलोचकों ने तो सराहा ही है, मशहूर हस्तियों का भी फिल्म को भरपूर प्यार मिल रहा है।
निर्माता विजय किरागंदूर ने का कहना है कांतारा केजीएफ से एक अलग शैली में है। हम चाहते थे कि दुनिया हमारी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान देखे जिस पर हमें गर्व है। फिल्म पवित्र रीति-रिवाजों और परंपराओं, छिपे हुए खजाने और तटीय कर्नाटक के विशिष्ट बीहड़, आकर्षक परिदृश्य की पृष्ठभूमि के साथ पीढ़ीगत रहस्यों को दर्शाती है।’
ऋषभ शेट्टी लिखित और निर्देशित यह फिल्म मणिरत्नम की पीरियड ड्रामा ‘पोन्नियिन सेलवन-1’ के साथ रिलीज हुई थी। शुरुआत में फिल्म को कुछ खास रेस्पॉन्स नहीं मिला, धीरे-धीरे इसने स्पीड पकड़ी और माउथ पब्लिसिटी से सभी के दिलों पर छा गई। इस फिल्म की तारीफ ‘बाहुबली’ फेम प्रभास और पूर्व क्रिकेटर अनिल कुम्बले तक कर चुके हैं। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श नेभी इसे शानदार बताया।
‘कांतारा’ के साथ एक बार फिर साबित हो गया कि दर्शक अब फिल्मों से कुछ अलग कॉन्टेंट चाहते हैं, कुछ ऐसा जो उन्होंने पहले कभी बड़े पर्दे पर न देखा हो। साउथ सिनेमा का जादू बरकरार है।